Jharkhand Fraud Case: चाईबासा स्थित कोल्हान विश्वविद्यालय (Kolhan University Chaibasa) में 1.58 करोड़ का फर्जीवाड़ा सामने आया है. फर्जी हस्ताक्षर से राशि की अवैध निकासी कर ली गई. मामला प्रकाश में आने के बाद रजिस्ट्रार परशुराम सिलायल ने प्राथमिकी दर्ज करायी है. प्राथमिकी में उन्होंने दोनों ठेका कंपनी पर फर्जी तरीके से राशि निकालने का आरोप लगाया.


कोल्हान विश्वविद्यालय के पंजाब नेशनल बैंक खाते से 67 लाख 47 हजार और 91 लाख 49 हजार रुपये की फर्जी निकासी किए जाने की प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. रजिस्ट्रार ने बताया कि 67 लाख 47 हजार रुपये का भुगतान राधा रानी एंटरप्राइजेज को और 91 लाख 49 हजार रुपये का भुगतान रामगढ़ के साहू चिंता इंफ्रा इंटरप्राइजेज को किया गया है.


कोल्हान विश्वविद्यालय में बड़ा फर्जीवाड़ा


उन्होंने बताया कि भुगतान का आदेश कोल्हान विश्वविद्यालय की तरफ से नहीं दिया गया था. चेक पर कुल सचिव और वित पदाधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर हैं. राधा रानी इंटरप्राइजेज के कोटक बैंक और साहू चिंता इंटरप्राइजेज के बैंक ऑफ बड़ौदा के खाते में राशि का भुगतान किया गया. कोल्हान विश्वविद्यालय के वित्त पदाधिकारी बीके सिंह ने टाटा कॉलेज स्थित पंजाब नेशनल बैंक प्रबंधक को पत्र लिखकर एक करोड़ 58 लाख 96 हजार रुपये की अवैध निकासी किये जाने की जानकारी दी.


फर्जी हस्ताक्षर से की गई अवैध निकासी


उन्होंने पत्र के जरिये राशि को फौरन वापस करने और दूसरे पक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का निवेदन किया है. बता दें कि पश्चिमी सिंहभूम जिले में फर्जीवाड़ा कर घोटाला किए जाने का मामला थम नहीं रहा है. सवाल स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग पर उठे हैं. अब ताजा मामला कोल्हान विश्वविद्यालय का है. कुल सचिव और वित पदाधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर वाले चेक से राशि का भुगतान किया गया. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस ने फर्जीवाड़े की जांच शुरू कर दी है. सीसीटीवी फुटेज और दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं. 



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