West Singhbhum Violence In Idol Immersion: झारखंड में पश्चिमी सिंहभूम जिले में भी मूर्ति विसर्जन को लेकर जमकर हंगामा हुआ. स्थिति काफी नाजुक बन गई, जिसके बाद पुलिस ने मोर्चा संभाला. दरअसल, पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत चक्रधरपुर नगर के राजबाड़ी रोड स्थित शैतान क्लब दुर्गा पूजा समिति के साउंड बॉक्स को प्रशासन की ओर से रविवार (13 अक्टूबर) दोपहर एक बजे जब्त कर लिया गया था. इसके बाद दोपहर से देर शाम तक बवाल मचा रहा. 


शाम तकरीबन पौने छह बजे धीरे-धीरे लोग पवन चौक पर जुटने लगे और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. काफी देर के बाद अनुमंडल पदाधिकारी श्रृति राजलक्ष्मी और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी नलिन कुमार मरांडी, अभियान एएसपी पारस राणा ने स्थानीय लोगों को भरसक समझाया, लेकिन कोई नहीं माना. 


थाना प्रभारी को निलंबित करने की मांग


चक्रधरपुर में ऐसा पहली बार हुआ जब मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन एक दिन में नहीं हो सका. सोमवार (14 अक्टूबर) की शाम मूर्तियों का विसर्जन किया गया. केंद्रीय दुर्गा पूजा कमेटी की ओर से प्रशासन से मांग की गई थी कि थाना प्रभारी राजीव रंजन द्वारा इस तरह की गई कार्रवाई निंदनीय है. उन्होंने प्रशासन से 24 घंटे के अंदर उन्हें निलंबित करने और नये पदाधिकारी की पदस्थापना की मांग की. 


प्रशासन के खिलाफ लोगों ने की नारेबाजी


इधर, अनुमंडल पदाधिकारी ने सारी बातों को स्वीकार करते हुए ऐसा किए जाने की बात कही. नगर में प्रतिमा विसर्जन के दिन थाना प्रभारी के कार्य के कारण उपजे जनाक्रोश के बाद पवन चौक पर लोगों की भीड़ जमा हो गई. जहां लोग पुलिस और प्रशासन के विरोध में जमकर नारेबाजी करते दिखे. 


सोशल मीडिया पर प्रशासन हुआ ट्रोल


हालांकि चक्रधरपुर के अनुमंडल पदाधिकारी पश्चिमी सिंहभूम के उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक (SP) के साथ एसडीपीओ की टीम प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाने की कोशिश करते रहे लेकिन आक्रोश बढ़ता गया. रविवार को मूर्तियां सड़कों पर खड़ी रही और सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बनी. जहां इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोगों ने आरोप लगाया  कि हिंदुओं के पूजा में ही नियमों को लागू क्यों किया जाता है.


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