Who is Chhavi Ranjan: आज यानी 13 अप्रैल को ईडी (ED) ने रांची (Ranchi) के पूर्व DC छवि रंजन के ठिकानों में छापेमारी की है. बात करें छवि रंजन की तो उन्होंने जमशेदपुर से अपनी बुनियादी शिक्षा पूरी की है. कहा जा सकता है कि झारखंड उनकी जन्मभूमि और कर्मभूमि दोनों है. छवि ने 1999 में सेंट मैरी स्कूल बिष्टुपुर से मैट्रिक की पढ़ाई पूरी की. फिर उन्होंने चिन्मय स्कूल टेल्को से इंटरमीडिएट किया. इसके अलावा वह अपनी उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली गए. वहां उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस से बीएससी और एमएससी की डिग्री हासिल की.
वहीं रांची के मेन रोड स्थित हनुमान मंदिर में तोड़ फोड़ और पत्थरबाजी के कारण हुई हिंसा के बाद रांची के सीनियर एस पी सुरेन्द्र कुमार झा और डीसी छवी रंजन को पद से हटा दिया गया था. जिसके बाद वे कल्याण विभाग के निर्देशक के पद पर बहाल हुए. आपको बता दें कि आज आईएएस छवि रंजन सहित कई सीओ के ठिकानों पर ईडी की रेड पड़ी है. लगभग 22 ठिकानों पर सुबह से हो रही है छापेमारी हो रही है. वहीं ईडी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार छवि रंजन के रिश्तेदार, साथ ही जमीन कारोबारी और कई अंचलाधिकारी के यहां एक साथ दबिश दी गई है. इस छापेमारी में रांची, जमशेदपुर के साथ-साथ कुछ अन्य शहर भी शामिल हैं. इसके अलावा राजधानी रांची के हिंदपीढ़ी में ईडी की टीम छापेमारी कर रही है.
क्या है पूरा मामला?
आईएएस अधिकारी छवि रंजन को जिन मामलों में लेकर ईडी संदेह के दायरे में रखकर छापेमारी कर रही है. इसमें रांची के करम टोली में सेना की 4.55 एकड़ जमीन को गलत तरीके से बेचने का मामला सामने आया है. इसके साथ ही कई जमीनों की रजिस्ट्री, उसका म्यूटेशन भी गलत तरीके से कराने का मामला शामिल है. इस मामले के संज्ञान में आने के बाद रांची नगर निगम की ओर से बरियातू थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. वहीं रांची नगर निगम के कर संग्रहकर्ता दिलीप शर्मा ने जालसाजी के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि प्रदीप फर्जी दस्तावेज दिखाकर दो-दो होल्डिंग ले लिया था. आयुक्त की जांच में सेना के कब्जे वाली जमीन का असली रैयत जयंत करनाड मिला था.
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