Rajyasabha Election: जानिए कौन है महुआ माजी, जिनके नाम के एलान के बाद JMM और कांग्रेस में छिड़ी जंग
झारखंड में सीएम हेमंत सोरेन ने राज्यसभा प्रत्याशी के रूप में महुआ माजी के नाम का एलान कर दिया है. उनके नाम के एलान के बाद कांग्रेस और JMM में जंग छिड़ गई है.
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Congress-JMM Controversy in Jharkhand: झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की ओर से राज्यसभा चुनाव के लिए पार्टी नेता महुआ माजी को उम्मीदवार बनाया है. JMM के इस घोषणा के बाद में प्रदेश में कांग्रेस और जेएमएम के बीच विवाद बढ़ गया है. दरअसल, जेएमएम ने कांग्रेस की उम्मदों पर पानी फेरते हुए अपनी पार्टी का उम्मीदवार राज्यसभा चुनाव के लिए उतार दिया है. इसकी घोषणा मंगलवार को सीएम हेमंत सोरेन ने की और पार्टी की महिला नेत्री महुआ माजी को राज्यसभा का प्रत्याशी घोषित किया. सीएम सोरेन के घोषणा के बाद से ही कांग्रेस और जेएमएम में फूट की चर्चा सामने आने लगी है. खबरे यह भी सामने आ रही है की कांग्रेस झारखंड में जेएमएम के साथ गठबंधन तोड़ सकती है.
कौन हैं महुआ माजी
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने राज्यसभा प्रत्याशी के रूप में पार्टी की महिला नेत्री महुआ माजी के नाम का एलान किया है. ऐसे में सवाल यह भी उठ रहा है कि आखिर महुआ माजी कौन हैं. महुआ माजी हिंदी की वरिष्ठ साहित्यकार और जेएमएम की महिला मोर्चा की केंद्रीय अध्यक्ष हैं. उन्हें राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष के तौर पर उन्हें राज्यभर की महिलाओं से जुड़ने का मौका मिला और वह उनकी पीड़ा से भलीभांति वाकिफ हैं. सीएम सोरेन ने उनके काम को देखते हुए उन्हें टिकट दिया है. वह जेएमएम महिला इकाई की प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुकी हैं. वह रांची विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़ चुकी हैं हालांकि इस चुनाव में वह हार गई थी.
आपको बता दें कि महुआ माजी समाजशात्र में स्नातकोत्तर और पीएचडी हैं. वह अपने पहले उपन्यास मैं बोरिशाइल्ला से ही चर्चा में आ गई थीं. यह बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम की पृष्ठभूमि पर लिखी गई थी. उनका दूसरा उपन्यास- मरंग गोड़ा नीलकंठ हुआ भी चर्चित रहा, जो जादूगोड़ा में यूरेनियम खनन पर केंद्रित था। डॉ महुआ माजी की कहानियां- वागर्थ, हंस, नया ज्ञानोदय समेत हिन्दी की अन्य साहित्यिक पत्र-पत्रिकाओं में छपती रही हैं.
पार्टी ने आधी आबादी को सम्मान दिया
जेएमएम द्वारा राज्यसभा प्रत्याशी के रूप में अपने नाम के एलान के बाद महुआ माजी ने खुशी जताते हे कहा कि यह आधी आबादी का सम्मान है. उन्होंने कहा कि वह राज्य सभा में महिलाओं औऱ राज्य की समस्त जनता की आवाज बनेंगी. उन्होंने पार्टी के इस निर्णय को एक शानदार सरप्राइज बताया. वहीं महुआ ने इसके लिए सीएम सोरेन और पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं के प्रति आभार प्रकट किया. उन्होंने कहा वह राज्यसभा में झारखंड की समस्याओं को मुखरता से रखेंगी और खासतौर पर महिलाओं की आवाज बनेंगी.
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