R Rajesh Vlogs: कौन हैं झारखंड के राजेश रवानी? ट्रक ड्राइवर से बने यूट्यूब स्टार, महीने की कमाई जानकर रह जाएंगे दंग
R Rajesh Vlogs News: राजेश रवानी पिछले 25 सालों से ट्रक चला रहे हैं, लेकिन अचानक उन्हें सोशल मीडिया पर जबरदस्त पॉपुलैरिटी मिली है. उनके ब्लॉग की वजह से लोग उन्हें काफी पसंद करते हैं.
R Rajesh Vlogs Income: झारखंड के जामताड़ा के ट्रक ड्राइवर राजेश रवानी ने इंडिया की सड़कों पर ट्रक चलाते हुए लगभग 25 साल बिताए हैं. उन्होंने ट्रक चलाना अपने परिवार की मदद के लिए शुरू किया था, लेकिन उनका असली जुनून हमेशा से खाना बनाना रहा है. अब उसी शौक ने उन्हें यूट्यूब (YouTube) का हीरो बना दिया है. मौजूदा समय में राजेश रवानी के यूट्यूब पर 1.86 मिलियन से अधिक सब्सक्राइबर हैं.
वहीं हाल ही में यूट्यूब की कमाई से उन्होंने एक नया घर भी खरीदा है. बता दें उनकी प्रेरक कहानी ने बिजनेस टाइकून आनंद महिंद्रा का भी ध्यान आकर्षित किया. उसके बाद उन्होंने राजेश का एक वीडियो सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर अपनी 'मंडे मोटिवेशन' सीरीज में डाला. अपनी नई प्रसिद्धि के बावजूद राजेश एक जमीन से जुड़े हुए व्यक्ति हैं.
हाल ही में सिद्धार्थ कन्नन के साथ एक इंटरव्यू में राजेश ने अपनी यूट्यूब की जर्नी को लेकर विस्तार से चर्चा की. इसमें उन्होंने अपने साथ हुए एक जानलेवा एक्सीडेंट का भी जिक्र किया, जिसमें उनके हाथ में चोट लग गई थी. उन्होंने कहा कि हाथ में लगी चोट और उसकी वजह से आई आर्थिक परेशानी के बाद भी मैंने ट्रक चलाना जारी रखा. उन्होंने कहा कि एक्सीडेंट के बाद मेरे पास खुद का इलाज कराने के लिए पैसे नहीं थे, लेकिन मेरा इरादा घर पूरा होने तक गाड़ी चलाने का था जो मैंने जारी रखा.
लाखों में होती है हर महीने कमाई
बता दें राजेश अपने यूट्यूब चैनल पर ट्रक चलाते समय सड़क किनारे रुककर खाना बनाने का वीडियो डालते हैं, जो उनकी इनकम का मेन जरिया बन गया है. उन्होंने बताया कि ट्रक चलाने से वह हर महीने 25 से 30 हजार रुपये कमाते हैं, जबकि उनकी यूट्यूब की कमाई हर महीने चार लाख से पांच लाख रुपये के बीच है. वहीं उनकी अधिकतम कमाई 10 लाख रुपये तक पहुंचती है. उन्होंने अपने ब्लॉग से एक महीने में 18 लाख रुपये भी कमाए हैं.
परिवार के सपोर्ट के बिना ब्लॉगिंग संभव नहीं- राजेश रवानी
राजेश अपने पहले वायरल वीडियो के बारे में बताते हैं कि जब उनके बेटे ने दर्शकों को पहली बार अपना चेहरा दिखाया था, तो वह वीडियो एक दिन में 4.5 लाख बार देखा गया था. राजेश अपनी सफलता का श्रेय अपने बच्चों को देते हैं, जो यूट्यूब चैनल के टेक्निकल चीजों का ध्यान रखते हैं. राजेश ने बताया कि बिना फैमिली सपोर्ट के ट्रक चलाना और ब्लॉगिंग करना संभव नहीं है.
उन्होंने कहा कि मेरा बड़ा मेरे साथ ही रहता है. वीडियो शूटिंग से लेकर एडिटिंग तक का काम वही करता है. सागर का ग्रेजुएशन कंप्लीट हो चुका है. मंझले बेटे ने अपना एक यू-ट्यूब चैनल अलग से खोला है और घर पर रहकर पढ़ाई करता है. छोटा बेटा इंस्टाग्राम और सोशल मीडिया का काम देखता है. अपनी जिंदगी के बारे में राजेश बताते हैं, "मेरा जन्म झारखंड में हुआ. मेरे पिता भी ट्रक ड्राइवर थे. 25 साल पहले मैंने ट्रक ड्राइविंग शुरू की थी. मेरे पिता का हार्ट अटैक से निधन हो गया था, तब मैं मिस्त्री था. परिवार चलाने के लिए ट्रक ड्राइविंग लाइन में आया."