Jharkhand News: चंपई सोरेन ने झारखंड के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली है. उनके साथ ही आरजेडी के नेता सत्यानंद भोक्ता ने मंत्री पद की शपथ ली है. सत्यानंद भोक्ता चतरा सीट से अब तक तीन बार विधायक चुने जा चुके हैं और तीन बार मंत्री भी बने हैं. वहीं शपथ ग्रहण के बाद अब जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी के विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट तैयारी हो रही है. बसों से ज्यादातर विधायकों को एयरपोर्ट लाया गया है. चंपई सोरेन 5 फरवरी को विधानसभा में बहुमत साबित करने वाले हैं, उससे पहले विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट किया जा रहा है.
कौन हैं सत्यानंद भोक्ता?
सत्यानंद भोक्ता का जन्म चतरा जिले के गांव कारी में 2 मई 1972 को हुआ था. उनके पिता का नाम स्वर्गीय जरनाथ भोक्ता और माता का नाम रमनी देवी है. वहीं उनकी पत्नी का नाम परमा देवी है और उनके चार बेटे हैं. उन्होंने इंटरमीडिएट तक पढ़ाई की है. पहली बार वो साल 2000 में विधायक चुने गए थे. इसके बाद 2005 और 2019 में भी उन्होंने जीत दर्ज की और तीनों बार ही वो मंत्री भी चुने गए.
साहित्य के क्षेत्र में सत्यानंद भोक्ता मुंशी प्रेमचंद और महादेवी वर्मा को अपना आदर्श मानते हैं. इसके अलावा राजनीति के क्षेत्र में वे लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव और सुभाष प्रसाद यादव को अपना आदर्श मानते हैं. राजनीति के अलावा फुटबाल में भी उनकी रूचि है, वहीं वे जनता सेवा को अपनी प्राथमिकता मानते हैं. अभी तक उन्होंने कोई विदेश यात्रा नहीं की है.
चंपई सोरेन बने झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री
हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद चंपई सोरेन ने झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली है. उनके साथ आरजेडी विधायक सत्यानंद भोक्ता और कांग्रेस नेता आलमगीर आलम ने मंत्री पद की शपथ ली है. हेमंत सोरेन ने बुधवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.
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