Jharkhand News: झारखंड में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बदले जाने की चर्चाओं के बीच दिल्ली में नेताओं की लॉबिंग तेज हो गई है. कांग्रेस के कई दावेदार या उनके समर्थक नेता व्यक्तिगत रूप से हाईकमान तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिशों में लग गए हैं. सभी इसी आशा के साथ प्रयास कर रहे हैं कि अगर प्रदेश अध्यक्ष को बदलने का मन आलाकमान की ओर से बनाया जाता है तो आलाकमान को उनका भी नाम ध्यान में रहे.
आलाकमान का होगा फैसला
हालांकि वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष के समर्थक अभी तक किसी भी तरह के बदलाव होने की संभावना से साफ इनकार कर रहे हैं. उनका कहना है कि वर्तमान अध्यक्ष के कार्यकाल में संगठन के मुद्दे पर जबरदस्त काम हुए हैं. कार्यकर्ताओं को मान-सम्मान भी मिला है. इसीलिए प्रदेश अध्यक्ष बदलने जाने की अभी ऐसी कोई संभावना नहीं है. हालांकि लोकसभा चुनाव से पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का बदलाव होगा या नहीं, यह आलाकमान ही तय करेगा. लेकिन विपक्षी खेमा इसके लिए भी अलग कार्ड खेल रहा है.
ये कांग्रेस नेता कर रहे दावेदारी
अभी तक के सियासी घटनाक्रम पर अगर गौर करें तो हाल ही के दिनों में कांग्रेस के कई नेताओं ने प्रदेश प्रभारी के साथ ही केसी वेणुगोपाल और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलकर बात की. कहने के लिए तो सभी लोगों ने शिष्टाचार मुलाकात की, लेकिन पार्टी के भीतर गहन चर्चा हो रही है कि दिल्ली जाकर आलाकमान से मुलाकात करने वाले नेता प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर सक्रिय हैं. जानकारी के अनुसार, प्रदेश अध्यक्ष को लेकर पूर्व विधायक कालीचरण मुंडा, पर्वू मंत्री बंधु तिर्की, सांसद गीता कोड़ा, पूर्व सांसद प्रदीप कुमार बलमुचू, सुखदेव भगत के नाम चर्चा में हैं. कालीचरण मुंडा तो अभी दिल्ली में ही बताए जा रहे हैं.
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