Women Reservation Bill Passed: लोकसभा में बुधवार को महिला आरक्षण बिल पर जमकर हो हल्ला मचा. जहां चर्चा की शुरुआत कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने की. वहीं सरकार की तरफ से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) ने जवाब देते हुए विपक्ष पर जमकर हमला बोला. इस बीच झारखंड के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने अपने अधिकारिक ट्वीटर हैंडल 'X' पर ट्वीट कर विपक्ष पर निशाना साधा.


बाबूलाल मरांडी ने कहा कि, 'अच्छा हुआ कि सांसद निशिकांत दूबे ने याद दिला दिया. बात उन दिनों की है जब मनमोहन सिंह जी को कुर्सी पर बिठाकर सोनिया गांधी जी देश चलाती थीं. एक दलित सांसद का कॉलर सोनिया गांधी ने पकड़ लिया था. नीरज शेखर और बीजेपी के सांसद नहीं बचाते तो कांग्रेस संसद में हत्या तक करवा देती.'






निशिकांत दूबे ने क्या कहा?


लोकसभा में बुधवार को महिला आरक्षण बिल को लेकर कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी ने कहा कि कांग्रेस बिल का समर्थन करती है, लेकिन उन्होंने सरकार के सामने कई सवाल उठाए. इसके बाद जवाब में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे कहा कि, कांग्रेस पार्टी ने कभी महिलाओं को आगे बढ़ाने की कोशिश नहीं की. ये कानूनी प्रक्रिया है. विपक्ष गलत माहौल पैदा करना चाह रहा है. उन्होंने सोनिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस बिल पर सोनिया गांधी क्रेडिट लेने की कोशिश कर रही हैं. इस दौरान निशिकांत दुबे ने संसद में घटी कुछ घटनाओं का भी जिक्र किया.


याद दिलाई 2011 की घटना


निशिकांत दुबे ने अपने भाषण में कहा कि विपक्षी गठबंधन के नेता महिलाओं के बारे में क्या सोचते हैं ये भी जानना जरूरी है. उन्होंने कहा कि इसी सदन में 2011 में भयंकर घटना हुई. 2010 में महिला आरक्षण बिल राज्यसभा में पास हुआ, लोकसभा में 2011 में आया, इन्हीं के सहयोगी दल के नेता वी नारायण स्वामी बिल पेश कर रहे थे. तभी समाजवादी पार्टी के सांसद यशवीर सिंह गए और बिल खींच लिया. इसी वेल में उनका कोई कॉलर पकड़ने आया तो वो मैडम सोनिया गांधी थीं. मैंने कहा कि आप महारानी नहीं है आप मारपीट नहीं कर सकती. विलास मुत्तेवार ने उनको पीटा. उस वक्त मुलायम सिंह यादव सदन में नहीं थे. मुलायम सिंह यादव ने इस घटना के बाद कहा कि यदि बीजेपी नहीं होती तो आज के डेट में हमारे सांसद नहीं बचते.


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