Seva Bhoj Yojana: जानिए क्या है ‘सेवा भोज योजना’ और किसे मिलेगी इसके तहत जीएसटी में छूट
Seva Bhoj Yojana: सरकार ‘सेवा भोज योजना’ (Seva Bhoj Yojana) स्कीम के तहत लंगर में दिए जाने वाले खाने को बनाने में यूज होने वाली सामग्रियों पर लगने वाले जीएसटी (GST) के पैसों को सरकार वापस करेगी.
Seva Bhoj Yojana: केंद्रीय सरकार ने ‘सेवा भोज योजना’ (Seva Bhoj Yojana) नाम की एक स्कीम शुरू की है. जिसके तहत लंगर में दिए जाने वाले खाने को बनाने में यूज होने वाली सामग्रियों पर लगने वाले जीएसटी (GST) के पैसों को सरकार वापस देगी. सरकार की इस योजना से उन लोगों पर खर्चे का बोझ कम होगा जो चैरिटेबल रिलीजियस इंस्टीटूशन्स द्वारा मुफ्त में लोगों को खाना खिलाते है.
क्या है ‘सेवा भोज योजना’
आपको बता दें कि देश में गुड एंड सर्विस टैक्स (GST) लागू हो चुका है. बता दें कि ये टैक्स अब चैरिटेबल रिलीजियस इंस्टीटूशन्स जैसी की मंदिर, गुरुद्वारा, मस्जिद, चर्च आदि में लागू होता. जहां पर श्रद्धालु को मुफ्त खाना दिया जाता है. इस टैक्स से जो चैरिटेबल रिलीजियस इंस्टीटूशन्स श्रद्धालुओं को खाना खिलाते थे. उपर काफी आर्थिक बोझ पड़ने लगा था. इसीक चलते सरकार ने ‘सेवा भोज योजना’ शुरू की है. जिसमें सरकार चैरिटेबल रिलीजियस इंस्टीटूशन्स की सामग्रियों पर लगने वाले गुड एंड सर्विस टैक्स (GST) के पैसों को रिफंड कर देगी.
जानिए कब शुरू हुई योजना
बता दें कि ये योजना सेंट्रल गवर्नमेंट ने शुरू की है और इसे इनफार्मेशन मिनिस्ट्री ऑफ कल्चर से 1 जून को मंजूरी दी गई थी. मिनिस्ट्री ऑफ कल्चर के मुताबिक सेंट्रल गवर्नमेंट, हमारे देश के चैरिटेबल रिलीजियस इंस्टीटूशन्स द्वारा भरे गए सीजीएसटी (CGST) और आईजीएसटी (IGST) टैक्स के पैसों को वापस कर देगी.
क्या है योजना का बजट
‘सेवा भोज योजना’ से जुड़े हुए नोटिफिकेशन के मुताबिक सेंट्रल गवर्नमेंट इस स्कीम के लिए 325 करोड़ रुपए का बजट तैयार किया है. बताते चलें कि ये बजट फाइनेंसियल ईयर 2018-19 और 2019-20 के लिए बनाया गया है.
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