Kota Student Suicide: कोटा में आए दिन छात्रों की आत्महत्याओं के पीछे कोचिंग संस्थानों की गलती है. जब स्टूडेंट कोचिंग नहीं जा रहा था तो उसकी सूचना फोन कर परिजनों को देनी चाहिए थी. आखिर इन्होंने इसकी सूचना हमें क्यों नहीं दी. सुसाइड करने वाले छात्र अली राजा (Ali Raja) के चाचा सईक सलमानी (Saik Salmani) का यह कहना है. जानकारी हो कि रविवार शाम को यूपी के शाहजहांपुर (Shahjahanpur) के अली राजा ने हॉस्टल में फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया था. अली राजा कोटा में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था. 


परिजनों ने कोचिंग की व्यवस्था पर उठाये सवाल
परिवारजन अली राजा की मौत के बाद पोस्टमार्टम रूम के बाहर बेसुध थे. न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की मोर्चरी में पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने परिजनों को शव सुपुर्द कर दिया. इस पूरे मामले पर अली राजा के परिजनों ने कोचिंग व्यवस्था पर सवाल उठाया है. उन्होंने बच्चें की मौत के पीछे कोचिंग संस्थान को जिम्मेदार ठहराया है.


बार-बार मोबाइल का नंबर बदल रहा था छात्र 
स्टूडेंट के परिजनों ने सवाल उठाया है कि जब वो कोचिंग नहीं जा रहा था तो माता-पिता को सूचना क्यों नहीं दी गई. इधर, पुलिस का कहना है कि स्टूडेंट बार-बार परिजनों का अलग-अलग नम्बर बता रहा था. उसने तीन बार परिजनों के नम्बर चेंज कराये.


जैसे-तैसे चल रहा परिवार, समय पर जमा करते थे फीस 
छात्र अली राजा के चाचा सईक सलमानी ने कहा कि राजा के माता-पिता पांच साल पहले सउदी अरब गए थे. वहां से वापस आने के बाद जैसे तैसे परिवार चल रहा था. लेकिन जब भी अली राजा फीस की डिमांड करता था तो वह कैसे भी पूरा करते थे. समय पर फीस जमा करवाते थे. अपने कलेजे की टुकडे की  मौत के बाद दोनों सदमें में हैं. परिजन बार-बार कह रहे हैं कि उनको पता ही नहीं चला कि वो कोचिंग से एब्सेंट चल रहा है. इसकी जानकारी तो देनी चाहिए थी.  


पढाई के कारण तनाव में था अली राजा
महावीर नगर थाना एसएचओ परमजीत सिंह ने बताया कि शुरूआती जांच में पढ़ाई के तनाव की बात सामने आई है. स्टूडेंट एक महीने से कोचिंग नहीं जा रहा था. उसने परिवार वालों के अलग-अलग तीन नंबर बता रखे थे. आखिर उसने सुसाइड क्यों किया, फिलहाल इसकी जांच की जा रही है. 


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