लखीमपुर खीरी: लखीमपुर खीरी में जिला पंचायत का सियासी दंगल बीजेपी के ओमप्रकाश भार्गव और सपा की अंजलि भार्गव के बीच है. बीजेपी के ओमप्रकाश भार्गव की बात करें तो वह मितौली द्वितीय से जिला पंचायत सदस्य हैं. वह बीजेपी से लंबे वक्त से जुड़े हुए हैं. भार्गव समाज के वोटर्स में अच्छी पैठ है.


वहीं, सपा की अजंलि भार्गव की बात करें तो वह मितौली पंचम से जिला पंचायत सदस्य हैं. अंजलि भार्गव ने पहली बार राजनीति में कदम रखा है, जबकि उनकी सास सुशीला भार्गव मितौली चतुर्थ से सदस्य बनी हैं. यही वजह है कि अंजलि अपनी जीत का दावा कर रही हैं. लेकिन लखीमपुर खीरी का सियासी गणित क्या है उसे भी समझ लेते हैं.



  • जिला- लखीमपुर खीरी 

  • कुल सदस्य- 72

  • जीत के लिए- 37

  • बीजेपी-06

  • एसपी- 13

  • बीएसपी- 08

  • कांग्रेस- 01

  • निर्दलीय- 44


समीकरण से स्पष्ट है कि बहुमत किसी भी दल के पास नहीं है. ऐसे में लखीमपुर खीरी में निर्दलीय सदस्यों की भूमिका ज्यादा निर्णायक होगी.


बता दें, उत्तर प्रदेश के 22 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए जिनमें इटावा जिले को छोड़कर 21 निर्वाचित अध्यक्ष सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के हैं. इटावा में समाजवादी पार्टी को जीत मिली है. राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने मंगलवार को बताया था कि प्रदेश के 22 जिलों- सहारनपुर, बहराइच, इटावा, चित्रकूट, आगरा, गौतम बुद्ध नगर, मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अमरोहा, मुरादाबाद, ललितपुर, झांसी, बांदा, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, गोरखपुर, मऊ, वाराणसी, पीलीभीत और शाहजहांपुर में जिला पंचायत के अध्यक्ष पद पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ है.


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