गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर लगी लगेज सैनेटाइजेशन टनल, 10 रुपये के शुल्क पर यात्रियों के मिलेगी सुविधा
कोरोना को लेकर गोरखपुर के रेलवे स्टेशन में यात्रियों के बैग को सैनेटाइज करने की सुविधा शुरू की गई है. वहीं, इसके लिये 10 रुपये का शुल्क रखा गया है.
गोरखपुर: कोरोना काल से ही रेलवे अपने संसाधनों के जरिये कोविड की जंग लड़ रहा है. ऐसे में एक और पहल रेलवे ने की है, जिसमें रेलवे अब यात्रियों के साथ-साथ उनके समान को भी सुरक्षित करने के लिए एक अत्याधुनिक टनल रेलवे स्टेशन के एंट्री प्वाइंट पर लगाया है. इस टनल में बैग महज 10 रुपये में आपका बैग पूरी तरह से सैनेटाइज हो जाएगा और बैग रैप करने की भी सुविधा शुरू की गई है.
सैनेटाइज किया जाएगा लगेज
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना वैक्सीन भले आ गई है और वैक्सीनेशन भी शुरू हो चुका है. लेकिन, अब भी कोरोना संक्रमण का खतरा टला नहीं है. दुनिया के कई देशों में कोरोना का नया स्ट्रेन बेकाबू हो रहा है. भारत के कुछ राज्यों में एक बार फिर करोना बेकाबू हो गया है. इसको लेकर पूरा देश एक बार फिर अलर्ट पर है. इससे बचाव के कारगर उपाय किये जा रहे हैं. रेलवे ने फैसला किया है कि अब स्टेशन पर आने वाले यात्रियों का बैग सैनेटाइज किया जाएगा. बैग को सैनेटाइज करने के लिए यात्रियों से 10 रुपये लिये जाएंगे.
सैनेटाइजेशन के लिये नहीं किया जाएगा बाध्य
लेकिन रेलवे ने ये साफ कर दिया है, कि यात्री बैग या अपने लगेज को सेनेटाइज कराने के लिए बाध्य नहीं होंगे. उनकी मर्जी पर ही सैनेटाइज होगा जबरन नहीं होगा. सेनेटाइजेशन के साथ बैग की पैकिंग की सुविधा भी है. बैग पैकिंग के लिये यात्रियों को 40 रुपये अदा करने पड़ेंगे. लखनऊ और गोरखपुर जंक्शन पर भी बैग सेनेटाइजेशन की व्यवस्था की शुरआत कर दी गई है. गोरखपुर रेलवे स्टेशन के मुख्य द्वार पर मशीनें लगा दी गई. जिसका उद्घाटन स्टेशन डायरेक्टर आशुतोष गुप्ता ने किया और इसके संचालन की जिम्मेदारी निजी हाथों में सौंपी गई है.
स्टेशन पर कोविड को लेकर विशेष सतर्कता
टनल लगाने वाली कंपनी के कर्मचारी अनुभव तिवारी ने बताया कि, रेलवे स्टेशनों पर हैंड सेनेटाइजर और बॉडी टेंपरेचर बताने वाली सेंसरयुक्त मशीनें पहले से लगी हुई हैं. इन मशीनों के इस्तेमाल के लिये यात्रियों से किसी तरह का कोई चार्ज नहीं वसूला जाता है. कोरोना संक्रमण काल के बीच लॉकडाउन बीत जाने के बाद रेलवे ने रेल यातायात को पटरी पर लाने के लिये कोविड स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया है. सफर करने के लिये यात्रियों को ट्रेनों में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी है. ऐसे में अब यात्रियों के साथ साथ उनके लगेज भी सुरक्षित रहे और इनके बैग के साथ कोई वायरस न आए. इसको लेकर अत्याधुनिक अल्ट्रावायलेट किरणों के जरिये बैग को सेनेटीआज कराया जा रहा है. 25 किलो पर 10 रूपये और 25 किलो से ऊपर के लगेज पर 20 रुपये चार्ज रखा गया है. इसके साथ ही रैप के लिए 50 से 70 रुपये चार्ज रखें गए हैं.
कोविड को मात देने के लिए रेलवे ने हर वक्त अपना योगदान दिया है. फिर चाहे प्रवासी मजदूरों के लाने की बात हो या फिर अब यात्रियों के साथ-साथ उनके सामानों को भी सुरक्षित करने की कवायद शुरू कर दी है. इसकी शुरुआत विश्व के सबसे लंबे प्लेटफार्म से हो गई है. जहां महज 10 रुपये में आपका लगेज कोरोना मुक्त हो जाएगा.
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