MP News: बारिश की शुरुआत होते ही लोगों के मन में मौज मस्ती और उमंग ने जगह बनाना शुरु कर दी है. बारिश का मौसम शुरु होते ही लोग प्राकृतिक जलस्त्रोतों पर पहुंचने का प्लान बनाने लगे हैं. राजधानी भोपाल सहित आसपास के जिलों में स्थित प्राकृतिक जलस्त्रोतों पर लोगों की भीड़ उमडऩे लगे हैं. लेकिन प्राकृतिक जलस्त्रोतों पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं होने की वजह से यह मौज मस्ती भारी भी पड़ सकती है.


बता दें राजधानी भोपाल सहित आसपास के जिलों में करीब दो दर्जन से अधिक प्राकृतिक जलस्त्रोत है. इन जलस्त्रोतों पर सरकारी छुट्टी और शनिवार-रविवार को मौज मस्ती उमंग के लिए लोगों की जबरदस्त भीड़ उमड़ती है. बारिश की शुरुआत होते ही इन प्राकृतिक पर्यटन स्थलों पर लोगों का पहुंचना शुरु हो गया है, लेकिन विडम्बना यह है कि राजधानी भोपाल सहित आसपास के जिलों में स्थित प्राकृतिक पर्यटन जलस्त्रोतों पर सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं है. 


भोपाल के आसपास के यह प्राकृतिक जलस्त्रोत 
बता दें राजधानी भोपाल सहित आसपास के जिले सीहोर, रायसेन, नर्मदापुर, भोजपुर, इछावर, विदिशा सहित अन्य जिलों में प्राकृतिक पर्यटन जलस्त्रोत हैं. जिनमें कोलार डैम, केरवा जलप्रपात, कलियासोत डैम, मिनी पचमढ़ी सलामतपुर, दोहटा जलप्रपात, सतकुंडा की हरीभरी पहाडिय़ां औबेदुल्लागंज, अमरावद डैम सागर रोड, बेतवा कुंड भोजपुर, बारना डैम बाड़ी, चिडिय़ाटोल खरबई, महादेव पानी, सीतातलाई झरना बाईपास. जबकि इछावर में दौलतपुर, शाहगंज में अमरगढ़, कोलार डेम कैरी महादेव सहित अन्य स्पॉट गुलजार होने लगे हैं.


आनंद-उमंग से भरते यह प्राकृतिक स्पॉट
महादेव पानी:  रायसेन-भोपाल रोड पर सेहतगंज के पास महादेव पानी में झरने का आनंद लेने सैलानी जाते हैं. महादेव पानी प्राकृतिक जलस्त्रोत की दूरी भोपाल से 25 किलोमीटर है. अमरगढ़ झरना:  भोपाल-शाहगंज रोड पर खटपुरा के पास विंध्याचल पर्वत श्रंखला में प्रकृति की गोर में अमरगढ़ जलप्रपात है. प्रकृति के इस मनोरम दृश्य का आनंद लेने के लिए प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में लोक पहुंचते हैं. ऊपर से गिरने वाले झरने में नहाने का आनंद उठाते हैं. अमरगढ़ का झरना 
राजधानी भोपाल से 65 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. 



कोलार डैम: कोलार डैम भी राजधानी भोपाल के नजदीक ही स्थित है. इस प्राकृतिक मनोरम दृश्य को देखने के लिए भोपाल सहित आसपास के जिलों से बड़ी संख्या में सैलानी आते हैं. कोलार बांध को कोलार परियोजना और वीरपुर बांध के नाम से भी जाना जाता है. कोलार डैम वैसे तो सीहोर जिले के अंतर्गत आता है, लेकिन यह भोपाल के पास ही है.


मिनी पचमढ़ी सलामतपुर: राजधानी भोपाल से 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित रायसेन जिले में मिनी पचमढ़ी के नाम से पहचाने जाने वाला सलामतपुर का वॉटर फॉल भी है. इस वॉटर फॉल में 150 फीट की ऊंचाई से झरने गिरता है. इस प्राकृतिक जलस्त्रोत का मजा लेने के लिए बड़ी संख्या में सैलानी पहुंचते हैं. शनिवार-रविवार को यहां जमकर भीड़ उमड़ती है. दोहटा घाट: दोहटा घाट पर भी काफी लोकप्रिय और आकर्षक पिकनिक स्पॉट है. औबेदुल्लागंज से शाहगंज रोड से 10 किलोमीटर दूर यह स्पॉट है. यह बेहद मनोहारी है. ऊपर से पानी गिरता है, जिसका लोग जमकर आनंद लेते हैं.


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