मध्य प्रेदेश: भोपाल में क़ोरोना मरीज़ को लेकर गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है. यहां पर कोरोना वायरस से जान गंवाने वाले शख्स का शव एक अस्पताल के बाहर सड़क किनारे छोड़ दिया गया. सोमवार को यहां एक हॉस्पिटल के बाहर एक मरीज की मौत हो गई थी. मौत से पहले मरीज को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करने के लिए ले जाया जा रहा था, लेकिन मौत हो जाने के बाद एंबुलेंस का ड्राइवर शव को वहीं, जमीन पर छोड़कर भाग खड़ा हुआ. इस मामले में सरकार ने संज्ञान लेकर प्रकरण की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं.


बता दें कि 59 साल के मरीज को किडनी में समस्या के चलते भोपाल के पीपुल्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लेकिन पिछले कुछ दिनों में उन्हें सांस संबंधी परेशानियां आने लगीं. डॉक्टरों को आशंका हुई कि उन्हें न्यूमोनिया हो गया है. सोमवार की शाम उनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हो गई.


कोरोना सामने आने के बाद उन्हें कोविड-19 के लिए निर्धारित किए गए चिरायु अस्पताल में शिफ्ट किया जाना था. आरोप है कि उनकी मौत होने के बाद एंबुलेंस ड्राइवर, जिसे उन्हें दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कराने ले जाना था, वो शव को वहीं, सड़क किनारे जमीन पर छोड़कर भाग गया.


उनके बेटे आबिद अली ने कहा, "मुझे नहीं पता कि एंबुलेंस में क्या हुआ, लेकिन जब जिला प्रशासन को उन्हें चिरायु में शिफ्ट करना था और एंबुलेंस भी भेजा, तो उन्हें सड़क पर ऐसे छोड़ क्यों दिया? इसमें दोनों अस्पतालों की गलती है, उन्होंने हमें कोई जानकारी नहीं दी."


उधर भोपाल के कलेक्टर अविनाश लवानिया ने बताया कि ये गंभीर मामला है, जिसका संज्ञान लेकर जांच का आदेश दे दिया गया है. जिस भी अस्पताल की लापरवाही होगी, उसे सजा दी जाएगी.


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