MP news: राजधानी भोपाल के रातीबड़ में हुए फैमिली सुसाइड मामले में पुलिस जांच में जुटी हुई है. अब तक की जांच में जो सामने आया है कि उसमें भूपेन्द्र विश्वकर्मा को ब्लैकमेल करने के लिए जो एंड्रॉइड एप्लीकेशन डाउनलोड करवाया गया था, उसे दुबई, सिंगापुर, नेपाल के आइपी एड्रेस पर रजिस्टर्ड किया गया था. 


वहीं भूपेन्द्र के अकाउंट को खाली करने के बाद जयपुर के खलील नामक खाताधारक का बैंक अकाउंट इस्तेमाल किया गया था. पुलिस ने जयपुर से मोहम्मद खलील को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस पड़ताल के अनुसार आरोपियों ने अलग-अलग सर्वर का इस्तेमाल कर भूपेन्द्र के डिजिटल उपकरण को हैक किया था. उसे धमकी भरे फोन करने के लए इंटरनेशनल रोमिंग कॉल का इस्तेमाल कर भारत के अलग-अलग शहरों के एसटीडी कोड यूज किए जा रहे थे.


मो. खलील को मिले थे 10 हजार रुपए
भूपेन्द्र विश्वकर्मा के अकाउंट को खाली करने के बाद आरोपियों ने जयपुर निवासी मोहम्मद खलील नाम खाताधारक के अकाउंट का इस्तेमाल किया था. पुलिस की पूछताछ में खलील को इसके बदले दस रुपए की राशि दी गई थी. पुलिस ने मोहम्मद खलील को गिरफ्तार करने के बाद न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया है. 


दो साथियों के नाम बताए, दोनों निकले फर्जी
साइबर क्राइम डीसीपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी के अनुसार जयपुर से पकड़े गए मोहम्मद खलील ने पुलिस पूछताछ में अपने दो साथियों के नाम बताए. उसने बताया कि दोनों उसे अकाउंट इस्तेमाल करने के बदले पैसे उपलब्ध करा देते थे. जब इस मामले में पुलिस ने पड़ताल की तो दोनों आरोपियों के नाम और पते फर्जी पाए गए हैं. 


17 दिन पहले हुई थी घटना
राजधानी भोपाल के रातीबड़ के शिवनगर में रहने वाले भूपेन्द्र विश्वकर्मा ने 12-13 जुलाई की रात अपने दो बच्चों और पत्नी के साथ सुसाइड कर लिया था. सुसाइड से पहले भूपेन्द्र एक सुसाइट नोट सेल्फी के साथ अपने परिजन को भेजा था, जिसमें लोन ऐप कंपनियों की धोखाधड़ी से परेशान होकर यह कदम उठाने की बात लिखी गई थी. भूपेन्द्र टाटा की एलआइजी कंपनी की बीखा शाखा में काम करता था.


यह भी पढ़े: अमित शाह के दौरे के मद्देनजर इंदौर में ड्रोन उड़ाने पर रोक, जानें गृहमंत्री के कार्यक्रम की पूरी डिटेल