भोपाल: मध्य प्रदेश के उज्जैन में कल सुबह से देर रात तक अलग-अलग स्थानों पर 7 मजदूर और भिखारी वर्ग के लोगों की मौत हुई है. आशंका यह जताई जा रही है कि इन लोगों की मौत जहरीली शराब से हुई है. इनमें चार लोग उज्जैन के तो तीन आस-पास के गांव के हैं. ये सारे झिंझर शराब के आदी थे. इस पूरे मामले में चार लोगों की शार्ट पीएम रिपोर्ट सामने आ रही है जिसमें डॉक्टरों का कहना है कि सभी की शरीर में अल्कोहल था.


सबसे पहले पुलिस को छत्री चौक सराय के फुटपाथ पर बुधवार की सुबह दो मजदूरों बेहोशी की हालत में मिले थे. इसके बाद यहां से कुछ दूर दो और मजदूर ऐसी ही बेहोशी की हालत में मिले. इस तरह 10 घंटे में पुलिस को सात लोग मिले हैं. इन सभी को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां सभी मृत घोषित कर दिए गए.


पुलिस ने इन मजदूरों के साथियों से बात की, तो जानकारी मिली कि ये सभी लोग लंबे समय से सस्ती शराब पीते आ रहे थे. ये मजदूर कहारवाड़ी इलाके से सस्ती झिनझर शराब खरीदकर पिया करते थे. कहारवाड़ी में शराब की ये पोटली 20, 30 और 50 रुपए में मिल जाती है. हालांकि ये जहरीली शराब है या नहीं, इसपर पुलिस का कहना है कि इस बात की पुष्टि विसरा रिपोर्ट आने के बाद ही होगी. लेकिन आशंका यही जताई जा रही है कि सस्ती शराब के नाम पर ये जहरीली शराब ही बेची जाती है.


जांच के आदेश


मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज निवास पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और उज्जैन में ज़हरीली शराब पीने से हुई सात व्यक्तियों की संदिग्ध मृत्यु और परिस्थितियों के संबंध में जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने इस घटना के दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना की जांच हो और अन्य स्थानों पर यदि ऐसी वस्तुएं बेची जा रही हैं तो सख्त कार्रवाई की जाए.


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