उज्जैन: भगवान शिव के 190 अलग-अलग रूप के दर्शन महाकाल कॉरिडोर में होंगे. इसे लेकर तैयारियां अंतिम चरणों में चल रही हैं. भगवान महाकाल का परिसर पहले से बिल्कुल बदल जाएगा. इसकी भव्यता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कॉरिडोर पर करीब 750 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं. इनमें से 400 करोड़ की राशि लगभग खर्च हो चुकी है. इस कॉरिडोर के पहले चरण का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को करना है, इसे देखते हुए काम को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं. 


जानिए कितने एरिया में फैला है महाकाल कॉरिडोर


उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर का परिसर लगभग 2 हेक्टेयर फैला हुआ था. इसे बढ़ाकर अब 20 हेक्टेयर के आसपास कर दिया गया है. महाकालेश्वर मंदिर का प्रवेश द्वार काफी बड़ा और भव्य बनाया गया है. प्रोजेक्ट के इंजीनियर विकास पटेल के मुताबिक मंदिर परिसर में घूमने और सूक्ष्मता से दर्शन करने के लिए 5 से 6 घंटे का वक्त लगेगा.


उन्होंने बताया कि इसके अलावा मंदिर को तैयार करवाने के लिए राजस्थान, ओडिसा समेत देशभर के अलग-अलग हिस्सों से एक्सपर्ट कारीगरों को बुलवाया गया है. इन लोगों ने मूर्ति निर्माण से लेकर अन्य बारीकी को पत्थरों पर दिखाया है. भगवान शिव से जुड़ी सभी बातों को ध्यान में रखते हुए निर्माण कार्य किया गया है. 190 मूर्तियों में भगवान शिव के अलग-अलग स्वरूपों के दर्शन हो रहे हैं. इसके अतिरिक्त शिव तांडव स्त्रोत से लेकर शिव विवाह और अन्य प्रसंगों को भी बड़ी खूबसूरती से तराशा गया है. विकास पटेल के मुताबिक कार्य अंतिम चरणों में चल रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे को देखते हुए काम जल्द से जल्ह पूरा करने की कोशिश की जा रही है. 


एक लाख श्रद्धालुओं की परिसर में रह सकती है मौजूदगी


वहीं उज्जैन के कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक महाकालेश्वर मंदिर परिसर को खूबसूरत बनाने के साथ-साथ सुविधाजनक भी बनाया गया है. यहां आने वाले श्रद्धालुओं को अलग ही अनुभूति होगी. महाकालेश्वर मंदिर परिसर के बनकर पूरा होने पर करीब 1000 लोगों को रोजगार भी मिलेगा. परिसर का निर्माण आने वाले 100 बरस में आने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ को ध्यान में रखते हुए किया गया है. महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर का उद्घाटन प्रधानमंत्री को करना है, इसे देखते हुए कार्य को और गति देने का निर्देश दिया गया है. 


यह भी पढ़ें


MP News: मध्य प्रदेश का एक गांव जहां होता है केवल सौर ऊर्जा का इस्तेमाल और पानी के लिए है आत्मनिर्भर


MP News: विधानसभा चुनाव की तैयारियों में अभी से जुटी कांग्रेस, बीजेपी को घेरने की बनाई ये रणनीति