MP के 69वें स्थापना दिवस पर चार दिन होंगे कार्यक्रम, भोपाल में आज सेना का बैंड होगा आकर्षण
MP Foundation Day: मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस का जश्न चार दिनों तक मनाया जायेगा. एक नवंबर को रवीन्द्र भवन में सांस्कृतिक संध्या के साथ ही प्रभात फेरियों का आयोजन होगा.
Bhopal News: दो दिन बाद 1 नवंबर को मध्य प्रदेश 68 साल का हो जाएगा. 69वें साल में प्रवेश कर रहे मध्य प्रदेश का जन्मदिन सरकार धूमधाम से मनाएगी. राजधानी भोपाल के लाल परेड मैदान में स्थापना दिवस समारोह की शुरुआत आज से होने जा रही है. 1 नवंबर 1956 को मध्य प्रदेश की स्थापना हुई थी. अब तक 32 मुख्यमंत्रियों का कार्यकाल रहा, जिसमें 18 जनप्रतिनिधि मुख्यमंत्री रहे. अब 19वें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश का स्थापना दिवस मनाया जाएगा.
वर्ष 2023 में आचार संहिता की वजह से मध्य प्रदेश का स्थापना दिवस धूमधाम से नहीं मनाया जा सका था. इस बार स्थापना दिवस को धूमधाम से मनाने की तैयारी है. स्थापना दिवस का चार दिनों तक जश्न मनेगा. लाल परेड मैदान में आज भारतीय सेना का बैंड प्रदर्शन होगा.
प्रदर्शनी के अलावा मध्य प्रदेश गान, एयर शो आयोजित होगे. विकास प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी. एक नवंबर को अमृत मध्य प्रदेश के अंतर्गत समवेत नृत्य नाटिका की प्रस्तुत होगी. नाटिका में अनेक पावन स्थलों के महत्व को भी प्रदर्शित किया जाएगा. शिखर सम्मान से अलंकृत चंद्रमाधव बारिक ने इस नृत्य नाटिका का निर्देशन किया है.
मध्य प्रदेश मनायेगा स्थापना दिवस
प्रस्तुति में 108 कलाकार हिस्सा लेंगे. लोकमाता अहिल्या देवी को समर्पित महेश्वर घाट की थीम पर कार्यक्रम का आकल्पन किया जाएगा. एक नवंबर को रवीन्द्र भवन में सांस्कृतिक संध्या के साथ ही प्रभात फेरियों का आयोजन किया जाएगा. खेल एवं युवक कल्याण, महिला बाल विकास, पंचायत और नगरीय प्रशासन विभाग स्वच्छता, सजावट और रंगोली से संबंधित गतिविधियों का आयोजन करेंगे. ऐतिहासिक स्मारकों और महापुरुषों की प्रतिमाओं की साफ सफाई एवं बाजारों में सौंदर्यीकरण किया जाएगा. महत्वपूर्ण स्थलों पर 69 दीप जलाए जाएंगे.
अब तक कौन- कौन रहे मुख्यमंत्री
मध्य प्रदेश की स्थापना के बाद पहले मुख्यमंत्री पंडित रविशंकर शुक्ल बने थे. रविशंकर शुक्ल के बाद भगवंतराव मंडलोई, कैलाश नाथ काटजू, कैलाशनाथ काटजू, भगवंतराव मंडलोई, द्वारका प्रसाद मिश्रा, द्वारका प्रसाद मिश्रा, गोविंद नारायण सिंह, राजा नरेशचंद्र सिंह, श्यामचरण शुक्ला, प्रकाश चंद्र सेठी, श्यामा चरण शुक्ला, राष्ट्रपति शासन, कैलाश चंद्र जोशी, वीरेन्द्र कुमार सकलेचा, सुंदरलाल पटवा, राष्ट्रपति शासन, अर्जुन सिंह, अर्जुन सिंह, मोतीलाल वोरा, अर्जुन सिंह, मोतीलाल वोरा, श्यामाचरण शुक्ला, सुंदरलाल पटवा, राष्ट्रपति शासन, दिग्विजय सिंह, दिग्विजय सिंह, उमा भारती, बाबूलाल गौर, शिवराज सिंह चौहान, शिवराज सिंह चौहान, शिवराज सिंह चौहान, कमलनाथ और शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री रहे.
मध्य प्रदेश की स्थापना के बाद पहले राज्यपाल डॉ. पट्टाभि सीतारमैया बने थे. डॉ. पट्टाभि सीतारमैया के बाद हरिविनायक पाटस्कर, क्यासम्बिल चेंगलराव रेडडी, पीवी दीक्षित, सत्यनारायण सिंह, निरंजन नाथ वांचू, चेप्पुदिरा मुथाना पुनाचा, भगवत दयाल शर्मा, गुरूप्रसन्न सिंह, प्रो. केएम चांडी, सरला ग्रेवाल, महमूद अली खां, मोहम्मद शफी कुरैशी, डॉ. भाई महावीर, रामप्रकाश गुप्त, कृष्ण मोहन सेठ, डॉ. बलराम जाखड़, रामेश्वर यादव, ओपी कोहली, ओपी कोहली, आनंदीबेन पटेल, लालजी टंडन, आनंदीबेन पटेल और वर्तमान में मंगुभाई पटेल राज्यपाल हैं.
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