Jabalpur News: धोखाधड़ी के केस में गिरफ्तार हुआ भू-माफिया का बेटा, महिला ने लगाया फर्जीवाड़े का आरोपी
Jabalpur: जबलपुर के सफेदपोश भू-माफिया दीन मोहम्मद उर्फ डीएम मंसूरी के बेटे को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया. एक महिला ने उसपर डुप्लेक्स बेचने का सौदा कर 33 लाख रुपये हड़पने का आरोप लगाया है.
Jabalpur News: जबलपुर के सफेदपोश भू-माफिया दीन मोहम्मद उर्फ डीएम मंसूरी के बेटे को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया है. डीएम मंसूरी के बेटे मोहम्मद इस्माइल मंसूरी के खिलाफ एक महिला ने डुप्लेक्स बेचने का सौदा करके 33 लाख रुपये हड़पने का आरोप लगाया है. आरोपी के खिलाफ बलात्कार और कूट रचित दस्तावेज तैयार कर धोखाधड़ी करने के कई प्रकरण पंजीबद्ध हैं.
जबलपुर के अधारताल थाना प्रभारी शैलेष मिश्रा ने बताया कि मीना जाटव उम्र 52 निवासी पुष्पक नगर ने लिखित शिकायत की कि उसके पति इंद्रकुमार जाटव ने मोहम्मद इस्माइल से न्यू रामनगर, गणेश मंदिर के सामने एक ड्यूप्लैक्स खरीदने का सौदा किया था. सौदे के लिए तय रकम 35 लाख 50 हजार रूपये थी. उनके पति ने 16 जनवरी 2020 को 33 लाख रूपये नगद और शेष राशि चेक से आरोपी को दे दिये थे. उक्त ड्यूप्लैक्स में विक्रेता द्वारा बिना रजिस्ट्री पजेशन भी दे दिया गया, लेकिन बाद में वो कहने लगा कि आप लोग सिर्फ किरायेदार हो. ड्यूप्लैक्स में पानी के बोर का कार्य, पुट्टी, दरवाजा और बिजली फिटिंग का कार्य भी विक्रेता द्वारा नहीं कराया गया. उसके पति द्वारा कई बार बोला गया कि शेष राशि ले लो और रजिस्ट्री करा दो. लेकिन मोहम्मद इस्माइल द्वारा आज तक रजिस्ट्री नहीं करवायी गयी. मीना जाटव की शिकायत में कहा गया है कि मोहम्मद इस्माइल रजिस्ट्री नहीं करना चाहता और हमारी दी हुई राशि हड़प करना चाहता है.
पुलिस को जांच में मिली ये जानकारी
पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि मोहम्मद इस्माइल उर्फ गुड्डू मंसूरी द्वारा 1 फरवरी 2019 को विक्रेता इंद्र कुमार जाटव के साथ 837 वर्ग फिट ड्यूप्लैक्स के विक्रय का सौदा 35 लाख 50 हजार रूपये मे किया गया था. अब आरोपी द्वारा बेईमानी पूर्वक दी गई नगद राशि का 25 प्रतिशत काट कर शेष रकम वापस करने का कहते हुए रजिस्ट्री नहीं की जा रही है. जांच के बाद उसके खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया. उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन ने नगर निगम के सहयोग से दीन मोहम्मद उर्फ डीएम मंसूरी द्वारा कई जगह किये गए अवैध कब्जे को हटाने की कार्रवाई करते हुए करोड़ों की शासकीय भूमि मुक्त कराई थी. उसने महाराजपुर मैत्री नगर में शासकीय स्कूल के पास स्थित 15 करोड़ रुपये कीमत की 2 एकड़ 10 डिसमिल शासकीय भूमि और जय प्रकाश नगर की संस्कार कॉलोनी में भी लगभग एक करोड़ रुपये मूल्य की एक एकड़ शासकीय भूमि पर कब्जा कर रखा था.
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