MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश कांग्रेस के चुनाव अभियान का नेतृत्व कर रहे पीसीसी चीफ कमलनाथ (Kamal Nath) के सामने अपने महाकौशल (Mahakaushal Madhya Pradesh) के गढ़ को बचाने की बड़ी चुनौती है. कमलनाथ महाकौशल इलाके की छिन्दवाड़ा सीट से विधायक हैं. एबीपी न्यूज़ और सी-वोटर के ओपिनियन पोल में कमलनाथ पिछले विधानसभा चुनाव में इस इलाके में मिली बढ़त को गंवाते दिख रहे हैं. हालांकि, कांग्रेस और बीजेपी का वोट शेयर यहां लगभग एक समान ही दिख रहा है. 


कांग्रेस दिग्गज कमलनाथ मध्य प्रदेश के महाकौशल इलाके से आते हैं. एबीपी न्यूज़ और सी वोटर के ओपिनियन पोल में महाकौशल इलाके के 9 जिलों की 42 सीटों का सर्वे सामने आया है. इसमें बीजेपी को 20 से 24 और कांग्रेस को 18 से 22 सीट मिलती दिख रही हैं. दोनों पार्टियों का वोट शेयर एक समान 43% पर टिका हुआ है. इसके बावजूद यहां से आने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी बढ़त लेती दिख रही है. 


नाराज आदिवासी थे बीजेपी की हार की वजह
दरसअल, महाकौशल में जबलपुर संभाग के आठ जिले जबलपुर, छिंदवाड़ा, कटनी, सिवनी, नरसिंहपुर, मंडला, डिंडोरी और बालाघाट आते हैं. यहां के परिणाम हमेशा ही चौकाने वाले रहे हैं. 2018 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को महाकौशल इलाके से निराशा हाथ लगी थी. इसकी बड़ी वजह आदिवासियों की नाराजगी मानी गई थी. कांग्रेस ने कमलनाथ को सीएम का चेहरा बनाकर चुनाव लड़ा था. इससे उनके गृहजिले छिंदवाड़ा की सभी 7 सीटें कांग्रेस ने जीत ली थीं. इसी तरह जबलपुर जिले में कांग्रेस को 8 में से 4 सीट मिली थी. महाकौशल के आठ जिलों की कुल 38 विधानसभा सीटों में से 24 कांग्रेस के खाते में गई थीं, जबकि बीजेपी को सिर्फ 13 सीट पर संतोष करना पड़ा. एक सीट निर्दलीय ने जीती थी. वहीं, 2013 के चुनाव में बीजेपी ने 24 और कांग्रेस ने 13 सीट जीती थी. उस बार भी एक सीट निर्दलीय के खाते में गई थी. 


अब बड़ा सवाल यह है कि क्या 2023 के चुनाव में भी कांग्रेस ऐसा ही प्रदर्शन कर पाएगी या बीजेपी को बड़ी सफलता मिलेगी? अपने 15 माह की सरकार के कार्यों और पांच चुनावी वादों (पांच गारंटी) के दम पर एक बार फिर कांग्रेस सत्ता में आने का दावा कर रही है.अगर कांग्रेस सत्ता में वापसी करती है तो कमलनाथ सीएम पद की दौड़ में संभवत: सबसे आगे हो सकते हैं. 


वहीं, मौजूदा वक्त में कमलनाथ को लेकर मध्य प्रदेश की जनता क्या सोचती है और यह सवाल एबीपी सी - वोटर ने अपने सर्वे में लोगों से पूछा है.सर्वे में 31 प्रतिशत लोगों ने बताया कि वे कमलनाथ के काम से बहुत संतुष्ट हैं जबकि 36 प्रतिशत काम से उतने संतुष्ट नहीं हैं. सर्वे में शामिल 17,113 लोगों में से 28 प्रतिशत ने कहा कि वे पूर्व सीएम कमलनाथ के काम से संतुष्ट नहीं हैं. जबकि 5 प्रतिशत लोगों ने 'पता नहीं' में जवाब दिया है.


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