ABP C voter Survey: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर हलचल और भी तेज हो गई है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही मुख्य पार्टियां अपनी तैयारियों को धार देने में जुट गई हैं. इस महीने जहां पीएम मोदी और अमित शाह के दौरे से बीजेपी कार्यकर्ताओं का जोश हाई है वहीं अगले महीने राहुल गांधी की दो सभाएं प्रस्तावित हैं. ऐसे में प्रदेश के मौजूदा सियासी हाल के बीच एबीपी न्यूज के लिए सीवोटर ने एक सर्वे किया है, जिसमें ये पता लगाने की कोशिश की है कि क्या बीजेपी को सीएम के चेहरे के साथ चुनावी मैदान में उतरा चाहिए. आइए जानते हैं इस सर्वे में क्या जवाब मिला है.


एबीपी न्यूज के लिए सी वोटर ने जनता से किए सवाल में पूछा गया था कि क्या मध्य प्रदेश में बीजेपी को सीएम का चेहरा प्रोजेक्ट करना चाहिए? इसमें जनता की तरफ से जो जवाब मिला है वो थोड़ा हैरान करने वाला है, क्योंकि अब तक यही समझा जा रहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर मध्य प्रदेश का विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा. लेकिन सर्वे में जनता ने जवाब इससे अलग दिया है. इस सर्वे में 61 फीसदी लोगों ने कहा कि हां बीजेपी को सीएम का चेहरा प्रोजेक्ट करना चाहिए. वहीं 26 फीसदी लोगों ने इसका नहीं में जवाब दिया है. इसके अलावा 13 फीसदी लोग ऐसे जिनका जवाब पता नहीं रहा.


क्या मध्य प्रदेश में बीजेपी को सीएम का चेहरा प्रोजेक्ट करना चाहिए?


हां-61 %
नहीं-26 %
पता नहीं -13 %


आदिवासी वोटर पर नजर
मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस दोनों का फोकस आदिवासियों पर है. प्रदेश में आदिवासियों के  47 सीटें आरक्षित हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 जुलाई को पूर्वी मध्य प्रदेश के शहडोल में पकरिया पहुंचे थे. वहां उन्होंने खाट पंचायत में आदिवासियों (गोंड और कोल) से सीधे बातचीत की थी. इसके बाद बीजेपी का दावा है कि पीएम के इस कार्यक्रम से 12 जिलों की 26 विधानसभा सीटों में रहने वाले 92 फीसदी आदिवासियों तक बीजेपी की पहुंच हुई है. इसका फायदा उसे चुनाव में मिलेगा.


सी वोटर के इस त्वरित सर्वे में 4 हजार 29 लोगों से बात की गई है. सर्वे पिछले हफ्ते किया गया है. इसमें मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है.


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