ABP News C voter Survey: फिर मोदी से मात खा गए राहुल, 2024 की राह कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के लिए आसान नहीं, सर्वें में खुलासा
ABP News Survey: पीएम पद का सर्वाधिक पसंदीदा उम्मीदवार कौन सा है. इस सवाल के जवाब में 57 फीसदी लोगों ने नरेंद्र मोदी का नाम लिया. वहीं 18 फीसदी लोगों ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अपनी पसंद बताया.
ABP News Survey: लोकसभा चुनाव अगले साल होने हैं. इ चुनाव में जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) अपनी लगातार दो सरकारों की उपलब्धियों के नाम पर वोट मांगेंगे. वहीं विपक्ष उनकी कमजोरियां और सरकार की गलत नीतियां बताकर जनता के बीच में जाएगा. हालांकि विपक्ष अभी बिखरा हुआ है. उसे एक करने की कवायद की जा रही है. उससे पहले एक बड़ा चुनाव पूर्व सर्वेक्षण सामने आया है. इसके नजीजे चौकाने वाले हैं. इन्हें विपक्ष के लिए ठीक नहीं कहा जा सकता है.
प्रधानमंत्री पद का सबसे बड़ा चेहरा कौन
यह सर्वेक्षण मध्य प्रदेश में किया गया. एबीपी-सी-वोटर के इस सर्वे में लोगों से पूछा गया था कि उनके लिए पीएम पद का सर्वाधिक पसंदीदा उम्मीदवार कौन सा है. इस सवाल के जवाब में 57 फीसदी लोगों ने नरेंद्र मोदी का नाम लिया. वहीं 18 फीसदी लोगों ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अपनी पसंद बताया. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समर्थन में आठ फीसदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के समर्थन में तीन फीसदी लोगों ने अपनी राय रखी. वहीं 14 फीसदी लोग किसी अन्य नेता के समर्थन में थे.
नरेंद्र मोदी से पिछड़े राहुल गांधी
वहीं जब सर्वेक्षण में शामिल लोगों से यह पूछा गया कि वो नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी में से किसी डायरेक्ट प्रधानमंत्री चुनना पसंद करेंगे तो नरेंद्र मोदी के समर्थन में 68 फीसदी और राहुल गांधी के समर्थन में 29 फीसदी लोगों ने मतदान किया. तीन फीसदी लोगों ने कोई राय नहीं रखी.
मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले विधानसभा चुनाव होने हैं. प्रदेश में विधानसभा चुनाव इस साल के अंत में हो सकता है. इसे देखते हुए इस सर्वेक्षण के परिणाम चौकाने वाले हैं. मध्य प्रदेश में बीजेपी जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में सत्ता बचाने की लड़ाई लड़ रही है. वहीं कांग्रेस अपने प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में बीजेपी को सत्ता से बेदखल करने की लड़ाई वड़ रही है. इस लड़ाई का परिणाम कैसा होता है. इसका फायदा राजनीतिक दलों को चुनाव में मिलता है या नहीं, यह तो चुनाव परिणाम ही बताएगा.
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