CM शिवराज के साथ भोज में शामिल हुआ लकड़ी चोरी का आरोपी, वीडियो वायरल होने पर हड़कंप
MP News: मामला 15 अप्रैल को सीधी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यक्रम से जुड़ा है. लकड़ी चोरी का आरोपी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के बगल में नजर आया. तस्वीर सामने आने के बाद हड़कंप मच गया.
MP News: लकड़ी चोरी के आरोपी का मुख्यमंत्री शिवराज सिंह संग बैठकर भोजन करने की तस्वीर आने पर हंगामा मच गया है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में लकड़ी चोरी का आरोपी मुख्यमंत्री के साथ बहुत सहज है. लकड़ी चोरी का आरोपी भोजन करते समय मुख्यमंत्री के साथ बातचीत करते नजर आ रहा है. अलग-अलग एंगल से सेल्फी लेते हुए भी लकड़ी चोरी के आरोपी को देखा जा सकता है. वीडियो वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री की सुरक्षा में चूक से जोड़कर देखा जा रहा है.
मुख्यमंत्री के साथ वायरल हुई लकड़ी चोर की तस्वीर
आरोपी का दावा है कि लकड़ी चोरी के मामले में झूठा फंसाया गया है. मामला 15 अप्रैल को सीधी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यक्रम से जुड़ा है. लकड़ी चोरी का आरोपी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के बगल में नजर आया. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भू-आवासीय अधिकार योजना के तहत पट्टा वितरण कार्यक्रम में आए थे. पट्टा वितरण कार्यक्रम में सामूहिक भोज का आयोजन भी किया गया था. भोज कार्यक्रम में लकड़ी चोरी का आरोपी अरविंद गुप्ता ने मुख्यमंत्री के ठीक बगल में बैठकर खाना भी खाया.
सीधी जिला मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर गोतरा गांव में पट्टा वितरण कार्यक्रम आयोजित हुआ था. प्रशासन की तरफ से मुख्यमंत्री की मौजूदगी में भू-आवासीय योजना के लाभार्थियों के लिए भोज भी रखा गया था. लकड़ी चोरी का आरोपी अरविंद गुप्ता भोज में आमंत्रित कर लिया गया. मुख्यमंत्री चौहान के लिए खास तौर पर मोटे अनाज कोदो, महुआ, सामा से बने व्यंजन बनाये गए थे. बगल में बैठे अरविंद गुप्ता से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तकरीबन 2 मिनट तक बात की.
आखिर में उन्होंने मुस्कराते हुए अरविंद की पीठ भी थपथपाई. अरविंद गुप्ता ने मोबाइल से मुख्यमंत्री के साथ सेल्फी ली. मुख्यमंत्री कार्यक्रम में आधे घंटे तक रुके थे. बताया जाता है कि कार्यक्रम में कलेक्टर, एसपी और जिला पंचायत सीईओ के साथ सभी आला प्रशासनिक अधिकारी एवं थाना प्रभारी मौजूद थे. इसके बावजूद लकड़ी चोरी के आरोपी अरविंद गुप्ता की ओर किसी का ध्यान नहीं गया. बाद में वीडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन का हाथ-पांव फूल गया. डीएफओ क्षितिज वर्मा ने मीडिया के सवाल पर कहा कि वीडियो की जानकारी अभी मालूम हुई है. जांच के बाद मामले पर कुछ बोल सकते हैं.
भोज कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मिला था न्योता
बताया जाता है कि अरविंद गुप्ता को 10 अप्रैल को लकड़ी चोरी के मामले में गिरफ्तार किया गया था. 2 दिन जेल में रहने के बाद जमानत पर बाहर आया. 43 नग लकड़ी चोरी के आरोप में अरविंद गुप्ता पर भारतीय वन अधिनियम सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था. अरविंद गुप्ता का कहना है कि भोज के लिए बुलाया गया था. ग्राम पंचायत गोतरा में 15 अप्रैल को मुख्यमंत्री भू आवासीय अधिकार योजना के तहत 142 पट्टा लाभार्थियों का दोपहर 2 बजे सामूहिक भोज कार्यक्रम था. भोज कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पंचायत की तरफ से बनी लिस्ट में उसका नाम भी था.
मुख्यमंत्री चौहान ने भोज के दौरान अरविंद गुप्ता से कई सवाल किए. उन्होंने पूछा कि,"तुम क्या काम करते हो?" अरविंद ने कहा कि," छोटा व्यवसाय करता हूं." फिर उन्होंने पूछा कि," छोटा क्यों करते हो?"अरविंद ने कहा कि,"मैंने लोन के लिए अप्लाई किया था,लेकिन नहीं मिला." अरविंद गुप्ता ने बताया कि घटना वाले दिन लकड़ी खरीदकर ला रहा था. तभी मुंशी और रेंजर मिल गए. मुंशी ने लकड़ी चोरी का आरोप लगाते हुए 25 हजार रुपए की मांग की. 25 हजार रुपए न देने पर फंसाया गया. उसका दावा है कि अदालत से बरी हो जाएगा.