MP News : रैंडम सेंपलिंग के दौरान जब एक वृद्ध कोरोना पॉजिटिव निकले तो वो सीधे अस्पताल जाने की जगह झाड़-फूंक करने वाले बाबा के पास पहुंच गए. झाड़-फूंक करने वाले बाबा ने उनका कोरोना ठीक करने का दावा भी कर दिया. जब इसकी जानकारी प्रशासन को लगी तो कलेक्टर ने सख्त निर्देश जारी करते हुए कोरोना पॉजिटिव को अस्पताल भिजवाया. अब बाबा के साथ-साथ उन लोगों की सैंपलिंग भी की गई है जो पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आए थे.
क्या है पूरा मामला
मध्य प्रदेश में एक बार फिर कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आ रहे हैं. प्रदेश की राजधानी से लेकर छोटे-छोटे जिलों में भी कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं. मध्य प्रदेश के मंदसौर में लंबे अंतराल के बाद कोरोना पॉजिटिव मामला सामने आया है. रतलाम कलेक्टर गौतम सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग प्रतिदिन 200 से ज्यादा लोगों की रैंडमली सैंपलिंग कर रहा है. इस जांच के दौरान मंदसौर जिले के देहात में रहने वाले 62 साल के एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव निकले. जब स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उनके ठिकाने पर पता लगाया तो जानकारी मिली कि वे झाड़-फूंक करने वाले बाबा के यहां गए हैं. वो यह मानने को तैयार नहीं थे कि वे बीमार हैं. इसके पश्चात सख्त अल्टीमेटम देते हुए उन्हें उपचार के लिए अस्पताल भिजवाया गया. इस कार्य में जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ पुलिस की भी मदद ली. कलेक्टर गौतम सिंह ने बताया कि वृद्ध के संपर्क में आए लोगों की भी सैंपलिंग की गई है. अधिकारियों के मुताबिक उस बाबा की भी सैंपलिंग की जा रही है जो पॉजिटिव वृद्ध के संपर्क में आए थे.
एफआईआर की चेतावनी दी तब शुरू करवाया इलाज
अधिकारियों के मुताबिक पॉजिटिव मरीज खुद को बीमार नहीं मानते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम का लगातार विरोध कर रहे थे. जब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने पुलिस में रिपोर्ट लिखाने की बात कही तब जाकर वे इलाज कराने को तैयार हुए.
प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या पिछले कुछ समय में शून्य तक पहुंच गई थी. इसके बाद एक बार फिर धीरे-धीरे मामले बढ़ रहे हैं. सबसे बड़ी बात तो यह है कि बड़े शहरों के साथ-साथ अब देहात के इलाकों से पॉजिटिव मामले सामने आने से चिंता बढ़ गई है.
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