MP Politics: बुंदेलखंड और विंध्य के बाद दिग्विजय सिंह की नजर अब मालवा पर, इस तरह कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भर रहे हैं जोश
MP News: दिग्विजय सिंह के दौरे में विधानसभा क्षेत्रों में दो बैठकें होती है.पहली बैठक संबंधित विधानसभा क्षेत्र के मंडल सेक्टर अध्यक्षों और बीएलए की होती है. इसमें वो बूथ प्रबंधन पर चर्चा करते हैं.
Bhopal News: साल 2023 के अंतिम महीनों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव (MP Assembly Election 2023) में मप्र की सत्ता में कांग्रेस की वापसी के लिए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) ने कमर कस ली है.वो प्रतिदिन किसी न किसी जिले का दौरा कर रहे हैं. वो कांग्रेस (Congress) कार्यकर्ताओं को एकजुट रहने और विधानसभा चुनाव में जीत का मंत्र दे रहे हैं.अब तक दिग्विजय सिंह विंध्य, बुदेंलखंड, ग्वालियर, चंबल क्षेत्रों में कांग्रेस की कार्यकर्ताओं की बैठक ले चुके हैं. अब उन्होंने मालवा का रुख किया है.दिग्विजय सिंह 19 से 21 अप्रैल तक मालवा का दौरा करेंगे.
किसके निर्देष पर दौरे कर रहे हैं दिग्विजय सिंह
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर राज्यसभा सांसद,पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अब तक भोपाल, ग्वालियर, होशंगाबाद,रीवा और भोपाल संभागों की उन 23 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर चुके हैं जहां कांग्रेस पिछे तीन-चार बार से हार रही है. इसी कड़ी में अब वो 19 अप्रैल से सीहोर, शाजापुर, आगर मालवा व उज्जैन जिले की 6 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे.वे 19 अप्रैल को सीहोर जिले की सीहोर और आष्टा विधानसभा क्षेत्र, 20 अप्रैल को शाजापुर जिले की शुजालपुर विधानसभा,आगर मालवा जिले के सुसनेर विधानसभा क्षेत्र और 21 अप्रैल को उज्जैन जिले की उज्जैन उत्तर-उज्जैन दक्षिण विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस के मंडल सेक्टर अध्यक्षों की बैठक लेंगे.
संवाद कार्यक्रमों से भरेंगे जोश
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के दौरे में विधानसभा क्षेत्रों में दो सत्रों की बैठकें होती है. पहले सत्र में संबंधित विधानसभा क्षेत्र के मंडल सेक्टर अध्यक्षों और बीएलए की बैठके होती है.इसमें पूर्व सीएम बूथ प्रबंधन पर चर्चा करते हैं. दूसरे सत्र में संबंधित विधानसभा क्षेत्र के नगरीय निकायों के निर्वाचित सदस्य, जिला व जनपद पंचायतों के निर्वाचित सदस्य, युवक कांग्रेस, एनएसयूआई, महिला कांग्रेस, सेवादल, किसान कांग्रेस और आईटी सेल सहित समस्त प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ सीधे संवाद का कार्यक्रम होता है.कार्यकर्ताओं को संगठित और एकत्रित करने की पूर्व सीएम की यह पहल कांग्रेस जनों में जोश के साथ चुनाव लड़ने की नई ऊर्जा प्रदान कर रही है.
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