MP Politics: शिवराज सरकार की किरकिरी के बाद पीड़ित दलितों से मिलने पहुंचे राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, इस तरह दी सफाई
MP News: गोविंद सिंह राजपूत के दौरे के बाद प्रशासनिक अधिकारी एक्शन में आ गए हैं.पीड़ितो को जमीन के पट्टे देने के लिए जमीन चिन्हित कर ली गई है. दस्तावेजी कार्रवाई के बाद पट्टे आवंटित कर दिए जाएंगे.
Sagar News: मध्य प्रदेश के राजस्व मंत्री गोविंद राजपूत (Revenue Minister Govind Singh Rajpoot) और उनके परिवार के सदस्यों को पता नहीं था कि उनके विधानसभा क्षेत्र सुरखी में वन भूमि पर बने दलितों के पीएम आवास को प्रशासन ने अतिक्रमण बताते हुए तोड़ दिया. इन टूटे मकानों पर खूब सियासत हो रही है. इसको लेकर शिवराज सरकार (CM Shivraj Singh Chouhan) की किरकिरी हो रही है. कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह (Ex CM Digvijaya Singh) ने सागर आकर पीड़ितो के न्याय के लिए धरने पर बैठ गए. इसके बाद बसपा सुप्रीमो मायावती (BSP Supremo Mayawati)और कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने ट्वीट कर इसे शिवराज सरकार का दलित विरोधी चेहरा बताया.
पीड़ितों से मिले राजस्व मंत्री, नए आवास का आश्वासन
राजस्व और परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत अपने विधानसभा क्षेत्र सुरखी के ग्राम रैपुरा पहुंचे और वन विभाग द्वारा की गई अतिक्रमण की कार्रवाई से प्रभावित लोगों से मुलाकात की. इस मौके पर उन्होंने पहले लोगों को भोजन कराया और अन्य जरूरी सामग्री दी. मंत्री ने लोगों को ढांढस बंधाते हुए कहा कि कोई भी चिंता न करें सुरखी मेरा परिवार है, किसी को भी परेशान नहीं होने दिया जाएगा. वन विभाग की कार्रवाई पर रेंजर को निलंबित कर दिया गया है. दो दिन के अंदर आप लोगों को पट्टे आवंटित कर दिए जाएंगे. घर बनाने में भी मेरे द्वारा सभी की मदद की जाएगी.इस दौरान उन्होंने मौके पर ही सागर कलेक्टर दीपक आर्य को जरूरी दिशा-निर्देश दिए.इस ग्राम के दस लोगों को मकान देने की कार्रवाई शुरू की गई है.
राजस्व मंत्री ने बताया पहले क्यों नहीं पहुंच पाए
पत्रकारों से मंत्री ने कहा कि मकान हटाने की कार्रवाई का मुझे और मेरे परिवार के सदस्यों और क्षेत्र के बीजेपी कार्यकर्ताओं तक को पता नहीं चला. उनसे मीडिया ने पूछा था की जिस दिन दलितों के मकान गिराए जा रहे थे उस दिन उनके बड़े भाई और सागर के जिला पंचायत अध्यक्ष हीरासिंह राजपूत जन्मदिन मनाने में व्यस्त थे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता भोले-भाले लोगों को भ्रमित करने की जितनी चाहे राजनीति कर लें, लेकिन उनके षड्यंत्र काम नहीं आएंगे. कांग्रेस हमेशा तोड़ने की राजनीति करती है,जबकि बीजेपी जोड़ने में विश्वास रखती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता आजकल बौखलाए हुए हैं. वे जात-पात की राजनीति करने से भी नहीं चूकते. कांग्रेस नेताओं का काम सिर्फ आपदा में अवसर ढूंढना है.दो दिन पहले रैपुरा आए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह सिर्फ हमारी व्यथा पर राजनीति करके चले गए.
नेताओं के दौरे के बाद हरकत में आया प्रशासन
राजपूत के दौरे के बाद जिला प्रशासन के अधिकारी एक्शन में आ गए हैं. पीड़ितो को जमीन के पट्टे देने के लिए जमीन चिन्हित कर ली गई है. दस्तावेजी कार्रवाई के बाद सभी को पट्टे आवंटित कर दिए जाएंगे. वहीं मंत्री राजपूत ने प्रभावित लोगों को रविवार को अपने सागर स्थित कार्यालय भी बुलाया है. इस अवसर पर कलेक्टर दीपक आर्य, एसपी अभिषेक तिवारी, एसडीएम, तहसीलदार और राजस्व विभाग का अमला मौजूद था.
दलितों का घर तोड़ने पर सियासत हुई तेज
रैपुरा ग्राम में जमीन पर बैठकर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने पीड़ितों और प्रशासन से चर्चा की . इनके भरण पोषण और नए मकान बनाने का लिखित आश्वासन लिया था. इस दौरान उन्होंने मंत्री गोविंद राजपूत पर जमकर आरोप लगाए थे. इसके बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर दलित परिवारों के घरों का ध्वंस शर्मनाक बताया था. कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने भी शिवराज सरकार की आलोचना की थी.
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