(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Watch: प्रिंसिपल को घोड़े पर बैठाकर दूल्हे की तरह निकाला जुलूस, ट्रांसफर रद्द होने पर खुशी की लहर
MP News: मध्य प्रदेश के आगर मालवा में एक स्कूल प्रिंसिपल का ट्रांसफर चर्चा का विषय बना हुआ है. ग्रामीणों के विरोध के बाद आगर मालवा कलेक्टर को ट्रांसफर आदेश रद्द करना पड़ा.
MP Latest News: सरपंच के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले स्कूल के एक प्रिंसिपल का ट्रांसफर पूरे मध्य प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया है. आगर मालवा के कलेक्टर राघवेंद्र सिंह ने पहले प्रिंसिपल का तबादला किया लेकिन बाद में उन्होंने तबादले को रद्द करना पड़ा. जैसे ही प्रिंसिपल का ट्रांसफर रद्द किया गया, ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई. ग्रामीणों ने घोड़े पर बैठाकर पूरे गांव का जुलूस निकाला. गांव के लोगों ने उन्हें दूल्हे की तरह सजाकर जुलूस निकाला.
प्रिंसिपल का वीडियो हुआ था वायरल
आगर मालवा जिले के पाल खेड़ी में पीएम श्री स्कूल के प्रिंसिपल के सी मालवीय का कुछ दिनों पहले एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. जिसमें उन्होंने स्कूल में पेयजल की व्यवस्था ठीक नहीं होने पर सरपंच गोवर्धन सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए अपनी शिकायत की थी.
इस दौरान प्रिंसिपल ने यह भी कहा था कि ऐसे जनप्रतिनिधि के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जानी चाहिए. इसके बाद पूरे मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया. सरपंच गोवर्धन सिंह के नेतृत्व में जनप्रतिनिधियों ने अधिकारियों स्थानीय विधायक से शिकायत भी की थी.
उज्जैन संभाग के आगर मालवा में प्राचार्य का तबादला निरस्त होने पर विद्यार्थियों ने निकाला जुलूस @ABPNews @abplive pic.twitter.com/vRPLoO8Gn7
— vikram Singh jat (@vikramsinghjat7) July 11, 2024
ट्रांसफर का ग्रामीणों ने किया विरोध
इस शिकायत के बाद कलेक्टर राघवेंद्र सिंह ने प्रिंसिपल के सी मालवीय का तबादला जिले के ही एक अन्य स्कूलों में कर दिया. प्रशासन के इस फैसले से ग्रामीण काफी नाराज दिखाई पड़े. ग्रामीणों ने आवाज उठाई कि प्रिंसिपल को प्राचार्य का तबादला करने का अधिकार नहीं है. बाद में नियम अनुसार तबादले को रद्द कर दिया गया. इसके बाद ग्रामीण ने प्रिंसिपल के सी मालवीय का पूरे गांव में घोड़े पर बिठाकर जुलूस निकाला. इस दौरान विद्यालय के विद्यार्थी जुलूस में शामिल हुए.
क्या है मामला?
पाल खेड़ी के शासकीय विद्यालय में पेयजल के उचित इंतजाम नहीं होने पर प्राचार्य ने पूर्व में सरपंच गोवर्धन सिंह को सूचना भी दी थी. इसके बाद भी व्यवस्था ठीक होने पर उन्होंने कहा कि ऐसे जनप्रतिनिधियों के खिलाफ तो पुलिस में शिकायत की जाना चाहिए. इस बयान के बाद विवाद हो गया. सरपंच गोवर्धन सिंह का कहना था कि प्रिंसिपल ने उन्हें स्कूल बुलाकर विद्यार्थियों के सामने अभद्रता की. इस दौरान विद्यार्थियों से तालियां भी बजवाई गई. इसी बात को लेकर पूरे मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया.
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