चुनावी साल में आए राखी के त्योहार पर मध्य प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं में होड़ मच गई है. शिवराज सरकार के कृषि मंत्री 108000 बहनों से राखी बंधवाने का दावा कर रहे हैं. दूसरी तरफ कांग्रेस के नेता भी रक्षाबंधन पर्व पर बहनों से आशीर्वाद लेने में पीछे नहीं है. 


वैसे तो राखी हर साल आता है लेकिन इस बार चुनावी वर्ष होने की वजह से इसकी रंगत साफ देखने को मिल रही है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश की लाडली बहनों को रक्षाबंधन पर ढाई सौ रुपए अतिरिक्त देकर इस बार की राखी को खुशियों की राखी का नारा दिया है. मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप अगले महीने से लाडली बहनों को 1250 रुपए मिलेगा. इसके अलावा गैस सिलेंडर भी सावन के महीने में 450 रुपए की राशि में उपलब्ध कराने की घोषणा हुई है.


दूसरी तरफ शिवराज सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव पिछले एक महीने से रक्षाबंधन पर मना रहे हैं. वे 25000 बहनों से राखी बंधवा चुके हैं. इसी कड़ी में आप कृषि मंत्री कमल पटेल भी मैदान में उतर गए.


कृषि मंत्री कमल पटेल के मुताबिक वह 108000 बहनों से राखी बंधवाने वाले हैं. उन्होंने बताया कि हरदा शहर के 35 वार्डों में राखी के लिए एक हफ्ते का समय दिया जाएगा. इसके बाद आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में भी राखी बंधवाने का क्रम चलेगा. यह सिलसिला लगभग एक महीना तक चलेगा. हरदा विधानसभा में 2,25,000 मतदाता है. इनमें महिलाओं की संख्या 108000 के आसपास है. कृषि मंत्री सभी महिला मतदाताओं से राखी बंधवाकर उन्हें बहन बनाने जा रहे हैं.


हम राखी बंधवाते हैं पाखंड नहीं करते- कांग्रेस


पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के मुताबिक कांग्रेस कभी भी त्यौहार या धर्म को लेकर कोई पाखंड नहीं करती है. रक्षाबंधन का पर्व कांग्रेस के सभी नेता, कार्यकर्ता और आम लोग पूरे उत्साह के साथ मनाते हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेताओं ने सत्ता हासिल करने के लिए त्योहारों को लेकर भी राजनीति शुरू कर दी है. इस प्रकार का पाखंड पहले कभी देखने को नहीं मिला. उन्होंने अभी कहा कि जनता इस पाखंड से अच्छी तरह परिचित है, इसलिए इस बार चुनाव के परिणाम चौंकाने वाले होंगे.


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