Akshay Kanti Bam News: लोकसभा चुनाव 2024 के बीच मध्य प्रदेश में कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए अक्षय कांति बम ने इंदौर से उम्मीदवारी वापस लेकर बीजेपी की सदस्यता ले ली. इसके बाद से ही राज्य में सियासी टेंशन बढ़ गई है. अब अक्षय कांति बम के नामांकन वापसी के बाद डमी फॉर्म भरने वाले उम्मीदवार मोत सिंह पटेल ने बड़ी डिमांड रख दी है. मोती सिंह पटेल ने कांग्रेस का चुनाव चिन्ह मांगा है.
अब यह मामला कोर्ट पहुंच गया है और मंगलवार (30 अप्रैल) को इस पर सुनवाई होनी है. वहीं, मोती सिंह ने कहा कि उन्हें पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया जाए, ये उनका अधिकार है.
कांग्रेस ने दो उम्मीदवारों का दिया था नाम
दरअसल, मोती सिंह के एडवोकेट ने मीडिया में जानकारी दी है कि कांग्रेस ने अपने बी फॉर्म में दो उम्मीदवारों के नाम दर्ज कराए थे. इसमें अक्षय कांति बम का नाम अनुमोदित उम्मीदवार के नाम पर दर्ज था और मोती सिंह को वैकल्पिक प्रत्याशी रखा गया था. हालांकि, जिला निर्वाचन अधिकारी ने मोती सिंह का नाम निरस्त कर दिया था. वजह यह बताई गई थी कि उनके फॉर्म पर 10 प्रस्तावकों की जगह केवल एक व्यक्ति का नाम था.
अब क्योंकि अनुमोदित उम्मीदवार ने नाम वापस ले लिया है तो बी फॉर्म के आधार पर मोती सिंह को अधिकृत प्रत्याशी बनाया जाना चाहिए. क्योंकि अगर पार्टी की ओर से नामांकन फॉर्म जमा किया जाए तो उसमें प्रस्तावर के रूप में केवल एक व्यक्ति का होना काफी है.
अक्षय बम ने नामांकन वापस लेने के बाद थामा बीजेपी का दामन
मालूम हो, सोमवार (29 अप्रैल) को कांग्रेस पार्टी को उस समय बड़ा झटका लगा जब इंदौर से उम्मीदार अक्षय कांति बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया. उन्होंने कलेक्टर कार्यालय पहुंच कर बीजेपी प्रत्याशी शंकर लालवानी के सामने अपनी उम्मीदवारी वापस ली. इसके बाद अपना फोन बंद कर दिया और कांग्रेस नेताओं से संपर्क तोड़ दिया. इसके कुछ समय बाद ही अक्षय बम ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली.
इसी के साथ, बीजेपी उम्मीदवार शंकर लालवानी को बड़ी चुनौती देने के लिए कोई उम्मीदवार नहीं बचा. इंदौर की सीट पर कुल 23 प्रत्याशियों ने नामांकन जरूर भरा था, लेकिन करीब 9 ने अपना पर्चा वापस ले लिया.
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