(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
MP की अमरवाड़ा सीट पर तीसरी पार्टी की एंट्री से दिलचस्प हुई लड़ाई, कमलनाथ ने चला मास्टरस्ट्रोक!
Amarwara Assembly Bye Election 2024: मध्य प्रदेश की अमरवाड़ा सीट पर लड़ाई त्रिकोणीय हो चुकी है. यहां कांग्रेस की कमान कमलनाथ ने संभाल ली है. हाल ही में उन्हें छिंदवाड़ा चुनाव में झटका लगा है.
Amarwara Assembly Bye Election 2024: मध्य प्रदेश में एक बार फिर प्रतिष्ठा का चुनाव होने जा रहा है. छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा विधानसभा सीट के उपचुनाव को बीजेपी के साथ कांग्रेस के दिग्गज कमलनाथ ने भी प्रतिष्ठा की लड़ाई बना लिया है. बीजेपी के बाद कांग्रेस उम्मीदवार के नाम का ऐलान होने के बाद अमरवाड़ा उपचुनाव की तस्वीर साफ हो गई है.
यहां लड़ाई बीजेपी के राजा बनाम कांग्रेस के संत परिवार के बीच हो गई है. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के उम्मीदवार की मौजूदगी ने मुकाबला रोचक बना दिया है.अमरवाड़ा सीट के उपचुनाव के लिए 10 जुलाई 2024 को वोटिंग होगी.
छिंदवाड़ा जिले कि अमरवाड़ा सीट पर उपचुनाव कमलेश शाह के लोकसभा चुनाव के दौरान विधायक पद से इस्तीफा देकर बीजेपी जॉइन करने के कारण हो रहा है. बुधवार को इस सीट पर उम्मीदवारों को लेकर सस्पेंस पूरी तरह खत्म हो गया.
किसके-किसके बीच मुकाबला?
बीजेपी कैंडिडेट कमलेश शाह के सामने कमलनाथ ने 35 साल के धीरन शाह इनवाती को कांग्रेस पार्टी का प्रत्याशी बनाया है. गोंड आदिवासी समाज की आस्था के सबसे बड़े केंद्र आंचल कुंड धाम की तीसरी पीढ़ी के संत सुखरामदास के बेटे धीरन शाह इनवाती गुरुवार (20 जून) को अपना पर्चा दाखिल कर रहे हैं.
दरअसल,कांग्रेस उम्मीदवार धीरन शाह इनवाती जिला सहकारी समिति में बतौर सेल्समैन पदस्थ थे. कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि कमलनाथ से फाइनल बातचीत के बाद उन्होंने मंगलवार (18 जून) को ही नौकरी से इस्तीफा दे दिया. लेकिन,काफी मशक्कत और सरकारी बहानेबाजी के बाद बुधवार (19 जून) को इनवाती का इस्तीफा मंजूर हुआ. कहा जा रहा है कि काफी मान-मनौव्वल के बाद संत सुखरामदास अपने बेटे धीरन शाह इनवाती को कांग्रेस की टिकट पर उम्मीदवार बनाने को राजी हुए है.
कमलनाथ ने चला मास्टरस्ट्रोक?
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के दौरान आंचल कुंडधाम, बटकाखापा, हर्रई में धाम के संत सुखराम दास महाराज की मौजूदगी में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 25 प्रमुख लोगों से मुलाकात की थी. अब भाजपा-कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई बने अमरवाड़ा उपचुनाव में आंचल कुंड धाम के सेवादार परिवार के धीरन शाह इनवाती को टिकट देकर कमलनाथ ने बड़ा मास्टरस्ट्रोक चला है.
बताया जाता है कि कमलनाथ ने 43 साल पहले आंचल कुंडधाम, बटकाखापा से पदयात्रा निकालकर अपनी सियासी पारी की शुरुआत की थी.कमलनाथ ने जब छिंदवाड़ा से 1980 में पहला चुनाव लड़ा था, उस समय आंचल कुंड के सेवादार रतनदास जी दादा थे. कमलनाथ उस समय दरबार में आए थे.तब यहां सड़क नहीं थी.इस वजह से कमलनाथ बटकाखापा से 5 किमी पैदल आंचलकुंड पहुंचे थे.
अब कांग्रेस उम्मीदवार के नाम का ऐलान होने के बाद अब अमरवाड़ा सीट के उपचुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला तय माना जा रहा है. बीजेपी ने कांग्रेस छोड़कर आए पूर्व विधायक और हर्रई राजघराने के कमलेश शाह को प्रत्याशी बनाया है.
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने दिया उम्मीदवार
वहीं, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने युवा चेहरे देवीराम उर्फ देव रावेन भलावी पर फिर दांव लगाया है. अमरवाड़ा विधानसभा में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी तीसरी बड़ी ताकत बनकर उभरी है. साल 2003 के चुनाव में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के मनमोहन शाह बट्टी इस सीट से चुनाव जीते थे. इसके बाद से गोंडवाना गणतंत्र पार्टी फिर कभी इस सीट को जीत तो नहीं पाई, लेकिन हर चुनाव में उसने मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया.
अमरवाड़ा आदिवासी बहुल सीट है. यहां के आदिवासी मतदाताओं का हर्रई राजघराना, गोंगपा और आंचल कुंडधाम तीनों से गहरा जुड़ाव है.ऐसे में ये चुनाव दिलचस्प हो गया है. कांग्रेस की ओर से मुख्य रणनीतिकार कमलनाथ हैं तो बीजेपी की ओर से संगठन मंत्री हितानंद शर्मा यहां कैम्प किये हुए हैं. बीजेपी ने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, राज्य के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और प्रहलाद पटेल को अमरवाड़ा सीट पर प्रचार के लिए भेजने का फैसला किया है.
नवंबर 2023 के विधानसभा चुनाव के मुताबिक इस सीट पर कुल वोटर 2,34,330 हैं. इनमें पुरुष वोटर की संख्या 1,18,010 है और महिला वोटर की संख्या 1,16,315 है.
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