Amit Shah In Bhopal: गृहमंत्री अमित शाह, रविवार दोपहर ग्वालियर आ रहे है. यहां वे विजयाराजे सिंधिया एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का शिलान्यास करेंगे. दौरा कार्यक्रम के दौरान गृह मंत्री अमित शाह सिंधिया राजघराने के शाही महल जयविलास पैलेस भी पहुंचेगें.वहां यहां करीब डेढ घंटे तक रूकेंगे साथ ही शाही भोज में भी शामिल होंगे.


मराठा गैलरी का करेंगे लोकार्पण
देश के गृहमंत्री अमित शाह ग्वालियर में 450 करोड़ रुपए की लागत से बने राजमाता विजयाराजे सिंधिया एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन और एयरपोर्ट विस्तार के कार्यक्रम का भूमिपूजन करेंगे. दौरा कार्यक्रम के दौरान ग्वालियर के मेला ग्राउंड एक जनसभा का आयोजन भी किया गया है. सभा के बाद शाह सिंधिया राजघराने के शाही पैलेस पहुंचेंगे जहां शाह भोज में शामिल होने के साथ ही मराठा गैलरी का भी लोकार्पण भी करेंगे. आयोजन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.

 



इन घरों पर तैनात रहेंगे पुलिस जवान
गृहमंत्री अमित शाह ग्वालियर पहुंच रहे हैं. शाह की सुरक्षा को देखते हुए ग्वालियर के 67 घरों को चिन्हित किया गया है. इन उंचे घरों के माध्यम से पुलिस जवान निगरानी कर रहे हैं. इन घरों को वॉच टावर का नाम दिया गया है.


गौरतलब है कि गृह मंत्री अमित शाह रविवार को पहले भोपाल फिर ग्वालियर आ रहे हैं. ग्वालियर में आयोजन को लेकर पुलिस हाई अलर्ट पर है. कार्यक्रम को लेकर भिण्ड रोड ट्रैफिक बंद कर दिया है. इधर एसपीजी की टीम ने शनिवार शाम से ही सभा स्थल को अपने सुरक्षा घेरे में ले लिया है.उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया स्वयं कार्यक्रम की व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे थे. इधर आयोजन को लेकर साढे तीन हजार से अधिक पुलिस जवान सुरक्षा व्यवस्था को संभाले हुए हैं. अमित शाह रात आठ बजे तक ग्वालियर में ही रहेंगे.

 

वीर गाथाओं की गाथा कहेगी गैलरी
400 कमरे और 3500 किलो के झूमर से सुसज्जित सिंधिया राजघराने का शाही जयविलास पैलेस में बनी मराठा गैलरी में छञपती शिवाजी, रानी लक्ष्मीबाई, लोकमाता अहिल्या बाई, सिंधिया राजवंश सहित कई मराठा वीरों की गाथाओं से जुड़े पोट्रेट लगाए गए हैं. इन पोर्टेट पर हिन्दी, मराठी और अंग्रेजी में जानकारी दी गई है. अमित शाह द्वारा इसके लोकार्पण के बाद इसे पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा.


माइकल फिलोसे ने किया था निर्माण
उल्लेखनीय है कि सिंधिया राजघराने का यह महज करीब 40 एकड़ में फैला हुआ है.इस पैलेस को 1874 में मराठा राजा श्रीमंत जयाजी राव सिंधिया ने बनवाया था. पैलेस के जीवाजीराव सिंधिया म्यूजियम वाले हिस्से को साल 1964 में आम लोगों के लिए खोल दिया गया था. इस पैलेस का निर्माण सर माइकल फिलोसे ने किया था.उस समय राज महल के निर्माण पर करीब एक करोड़ रुपए खर्च आया था.

 

अब बताया जा रहा है कि इसकी कीमत चार हजार करोड़ रुपए के आसपास है.महज के चालीस कमरों को म्यूजियम में बदल दिया गया है. इन कमरों में सिंधिया राजघराने का एंटीक सामान रखा हुआ है. लग्जरी कारें, हथियार, शाही बग्घी के अलावा अन्य सामान है. जयविलास पैलेस के दरबार हॉल में 3500 किलो के दो झूमर लगे हैं.संग्रहालय में चांदी की रेल है, जिसकी पटरियां डाइनिंग टेबल पर लगी है. इस हॉल में इटली, फ्रांस और चीन सहित अन्य देशों की कलाकृतियां मौजूद है.