Sehore News: सीहोर में फर्जी BPL कार्ड के जरिए आंगनबाड़ी में नियुक्ति का मामला, महिला आवेदकों ने क्या कहा?
Sehore News: सीहोर जिले के आंगनबाडी केंद्र ग्राम नीनोर में फर्जी बीपीएल कार्ड लगाकर नौकरी प्राप्त करने का मामला सामने आया है. आवेदक महिलाओं ने नियुक्ति को निरस्त करने की मांग की है.
Sehore News: सीहोर जिले के आंगनबाड़ी केंद्र ग्राम नीनोर में फर्जी बीपीएल कार्ड लगाकर नौकरी लेने का मामला सामने आया है. आवेदक महिलाओं ने अंतिम मेरिट सूची पर भी आपत्ति दर्ज कराई है. उन्होंने जनसुनवाई में जिला प्रशासन से फर्जीवाड़े की जांच कराने और कार्यकर्ता की कथित नियुक्ति निरस्त करने की मांग की है.
फर्जी बीपीएल कार्ड लगाकर नौकरी लेने का मामला
फर्जीवाड़े का खुलासा कार्यालय एकीकृत बालविकास परियोजना बुदनी की तरफ से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं के रिक्त पदों की भर्ती प्रक्रिया के दौरान हुआ. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के एक पद पर नियुक्ति के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित किये गये थे. जिस में अनुभवी आशा कार्यकर्ता ग्राम नीनोर तहसील और थाना रेहटी जिला सीहोर निवासी एसटी वर्ग की बीपीएल सूची में शामिल मंजू बामने पत्नि कैलाश बामने ने भी आवेदन किया था. आवेदिका ने आवेदन में मांगी गई सभी योग्यताओं को पूरा किया.
शर्तों को पूरा नहीं करने के बावजूद मिला प्रथम स्थान
बावजूद इसके गांव की सम्पन्न परिवार से संबंध रखने वाली रोजगार सहायक की बहु मीनू पत्नि अशोक को अन्तिम मेरिट सूची में पहली जगह पर रखा गया जबकी पात्र गरीब आवेदिका को मेरिट लिस्ट में दूसरा स्थान मिला. रोजगार सहायक की बहु मीनू का परिवार गरीबी रेखा सूची में नहीं आता है. उसके पास गांव में दस एकड़ भूमि, पक्का मकान, वाहन सहित सभी सुख सुविधाएं मौजूद हैं. आरोप है कि रोजगार सहायक ने रातों रात ग्राम पंचायत की मदद से बीपीएल कार्ड बना लिया. प्रथम स्थान पर मीनू का नाम गरीबी रेखा की सूची में लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से बिना प्रक्रिया का पालन किये दर्ज किया गया. यही नहीं मेरिट लिस्ट में प्रथम स्थान पर दिखाई जा रही मीनू ग्राम नीनोर की स्थानीय निवासी भी नहीं है और विवाह पंजीयन भी नहीं हुआ है. मीनू के सभी रिश्तेदार शासकीय सेवा में कार्यरत हैं और पात्रता की अन्य शर्तों को भी पूरा नहीं करती है.
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