CM Teerth Darshan Yojana: मध्य प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी‌ मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का लाभ लेने की होड़ मची हुई है. मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत धार्मिक स्थलों का वरिष्ठ नागरिकों को मुफ्त यात्रा कराने का प्रावधान है. काशी, वाराणसी और अयोध्या दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं ने तीन गुना से अधिक आवेदन कर दिए.


आवेदनों की बड़ी संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन ने रेंडमाइजेशन प्रक्रिया के जरिये श्रद्धालुओं का चयन किया. सभी जिलों में श्रद्धालुओं के बीच मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का जबरदस्त उत्साह है.


विदिशा जिले में लक्ष्य से तीन गुना अधिक श्रद्धालुओं ने आवेदन किए. कलेक्टर रोशन कुमार सिंह ने बताया कि 279 हितग्राहियों को मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का लाभ दिया जाना था. 1042 लोगों की ओर से आवेदन प्राप्त हुए. शासन के आदेशानुसार 279 हितग्राहियों का रेंडमाइजेशन प्रणाली के जरिए चयन किया गया. उन्होंने बताया कि कुछ लोगों को प्रतीक्षा सूची में रखा गया है.


लक्ष्य से तीन गुना ज्यादा आए आवेदन


कलेक्टर के मुताबिक आने वाले समय में सरकार की ओर से निर्देश मिलने पर आवेदकों को बुलाकर योजना का लाभ दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत आने वाले आवेदनों से स्पष्ट है कि काशी, वाराणसी और अयोध्या की यात्रा के प्रति श्रद्धालुओं का आकर्षण बढ़ा है. श्रद्धालु अयोध्या में राम मंदिर का दर्शन विशेष रूप से करना चाहते हैं. 


क्या है मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना?


बता दें कि मध्य सरकार ने साल 2012 में मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का शुभारंभ किया था. अब तक मध्य प्रदेश के लाखों श्रद्धालु योजना का लाभ उठा चुके हैं. बुजुर्ग श्रद्धालुओं को तीर्थ यात्रा पर ले जाने के लिए सरकार ने गाइडलाइन भी बनाई है. गाइडलाइन के मुताबिक पात्र व्यक्ति की उम्र 60 वर्ष से अधिक होना चाहिए. हितग्राही को करदाता नहीं होना चाहिए. मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का लाभ एक बार ही उठाया जा सकता है. सबसे खास बात है कि आवेदक को टीबी सहित संक्रमित बीमारी नहीं होना चाहिए.


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