Harda Factory Blast: 'क्या हरदा के गुनहगार पर होगी NSA की कार्रवाई? कांग्रेस पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव का सरकार से सवाल
Harda Factory Blast Update: हरदा को लेकर कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने सरकार से पूछा है कि आखिर ब्लैक लिस्टेड फैक्ट्री कैसे चल रही थी ?
MP News: मध्य प्रदेश के हरदा जिले में अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट के बाद कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव ने सरकार से पूछा है कि आखिर ब्लैक लिस्टेड फैक्ट्री कैसे चल रही थी और क्या फैक्ट्री संचालक पर एनएसए की कार्यवाही होगी.
पूर्व केंद्रीय मंत्री यादव ने एक्स पर लिखा है, हरदा पटाखा फैक्ट्री का मालिक भाजपा नेता है. इनकी ब्लैक लिस्टेड फैक्ट्री एक बड़े कद्दावर नेता के संरक्षण में चल रही थी. फैक्ट्री में विगत वर्षों में दो बार विस्फोट पहले भी हो चुके है जिसमें छह लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी.
हरदा पटाखा फैक्ट्री का मालिक भाजपा नेता है, इनकी ब्लैक लिस्टेड फैक्ट्री एक बड़े कद्दावर नेता के संरक्षण में चल रही थी, फैक्ट्री में विगत वर्षों में 2 बार विस्फोट पहले भी हो चुका है जिसमें 6 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी ।
— Arun Subhash Yadav (@MPArunYadav) February 7, 2024
वर्ष 2011 में टीकमगढ़ एवं राऊ में पटाखा फैक्ट्री में… pic.twitter.com/AO726pWPFv
उन्होंने लिखा, "वर्ष 2011 में टीकमगढ़ एवं राऊ में पटाखा फैक्ट्री में 14 लोग और 2014 में बड़नगर की पटाखा फैक्टरी में 15 लोगों की मौत हो गई थी. वर्ष 2015 में झाबुआ के पेटलावद ब्लास्ट में 79 लोगों की मौत हुई थी. सरकार ने इन घटनाओं से क्यों कुछ नहीं सीखा."
यादव ने कहा है कि प्रदेश की जनता जानना चाहती है कि फैक्ट्री के मालिक के सत्तारूढ़ पार्टी से क्या संबंध है एवं फैक्ट्री मालिक को हरदा के किस नेता का संरक्षण प्राप्त है? ब्लैक लिस्टेड होने के बाद भी आबादी क्षेत्र में पटाखा फैक्ट्री कैसे संचालित हो रही थी? फैक्ट्री मालिक और संरक्षण देने वालों के खिलाफ सरकार एनएसए के तहत कार्यवाही करेगी? जब फैक्ट्री अवैध थी तो इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री कहां से आई?
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