Indore News: केंद्र सरकार के राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर के लगातार सिरमौर रहने को लेकर 'भारत पे' के सह संस्थापक अशनीर ग्रोवर के कटाक्ष भरे बयान पर रविवार को विवाद उत्पन्न हो गया. इस बयान का कथित वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि शहर के नागरिकों और सफाईकर्मियों के कथित अपमान को लेकर ग्रोवर को मानहानि का नोटिस भेजा जाएगा.


सर्वे खरीदने का लगाया आरोप
दरअसल, ग्रोवर, जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन (जेआईटीओ) की इंदौर इकाई द्वारा आयोजित व्यापार अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान ग्रोवर ने कटाक्ष भरे लहजे में कहा, "एक विचार होता है-प्लेइंग टू द गैलरी यानी तुम जहां जाओ, वहां की बड़ाई कर दो कि मैंने इतना अच्छा शहर नहीं देखा. अब मेरे साथ दिक्कत क्या है कि तीन-चार साल सुन लिया कि इंदौर सबसे साफ शहर है. तुमने सर्वे खरीदा है. सीधी-सी बात है."


'भोपाल ज्यादा पसंद'
जब श्रोताओं ने इस बात पर शोर मचाकर ग्रोवर के बयान का विरोध जताया तो उन्होंने कहा, "सबसे साफ शहर होने के मामले में केवल चिप्स के पैकेट को नहीं गिनते, मलबे को भी गिनते हैं. (शहर में) हर जगह निर्माण चल रहा है." भारत-पे के सह संस्थापक ने हालांकि तुरंत स्पष्ट किया कि वह यह नहीं बोल रहे कि इंदौर में गंदगी है. उन्होंने कहा कि उनके कहने का मतलब यह है कि शहर में कई निर्माण कार्य चल रहे हैं. ग्रोवर ने कहा, "अगर आप मुझसे निजी तौर पर पूछेंगे तो मैं भोपाल को (इंदौर के मुकाबले) कहीं ज्यादा पसंद करता हूं. भोपाल में झीलें हैं और वहां के प्राकृतिक स्थल बेहतर हैं." 


मेयर ने आड़े हाथों लिया
उधर, इंदौर के प्रथम नागरिक पुष्यमित्र भार्गव ने ग्रोवर को आड़े हाथों लिया है. भार्गव ने कहा,"ग्रोवर का संबंधित वीडियो मैंने भी देखा है. उनका बयान स्वच्छता के लिए शहर की जनता और सफाईकर्मियों की मेहनत का अपमान है. हम इस अपमान के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करेंगे और उन्हें मानहानि का नोटिस भी देंगे." महापौर ने यह भी कहा कि आयोजकों को 'बड़बोले और बिना किसी ज्ञान के सार्वजनिक बयानबाजी करने वाले लोगों' को शहर के किसी कार्यक्रम में आमंत्रित करने से बचना चाहिए.


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