Azadi Ka Amrit Mahotsav: इंदौर में 8 हजार 335 लोगों ने मिलकर बनाया भारत का नक्शा, इस किताब में दर्ज हुई यह उपलब्धि
MP News: इस अवसर पर शहर में हरियाली बढ़ाने के लिए फलों में पौधों के बीजों से भरे हजारों गुब्बारे उड़ाए गए. यह सीड बॉल्स की तरह काम करेंगे और गुब्बारे जहां भी फूटेंगे,वहां पौधे उगने की संभावना होगी.
इंदौर: दिव्य शक्तिपीठ पर शनिवार सुबह आठ बजे से लोगों का जमावड़ा शुरू हो गया था.सफ़ेद कपड़े पहनकर सर पर तिरंगे के केसरिया,सफ़ेद, हरी और नीली रंग की टोपी लगाकर लोग जमीन पर बने भारत के नक्शे पर अपने-अपने स्थान पर खड़े होने लगे थे.देश के सबसे स्वच्छ शहर में जब मानव श्रृंखला के जरिए भारत का नक्शा बनाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का प्रयास हो रहा था तो नक्शे की रुपरेखा (बॉउंड्री) बनाई शहर के सफाईकर्मियों ने.पिछले वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए जरूरत थी तीन हजार लोगों के साथ मिलकर नक्शा बनाने की, लेकिन जोश इतना था कि दिव्य शक्तिपीठ पर 8 हजार 335 लोग जमा हो गए.
लाइव बैंड ने जगाया देशभक्ति का जोश
आयोजन स्थल पर लाइव बैंड देशभक्ति के जोश से भरे तराने गा रहा था. इस जोशीले माहौल के बीच ही वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया.आजादी के अमृत महोत्सव को शहर के लिए यादगार बनाने और लोगों को तिरंगे का महत्व समझाने के लिए ज्वाला महिला समिति ने यह प्रयास किया था. इस प्रयास को वर्ल्ड बुक्स ऑफ रिकॉर्ड यूके में दर्ज किया गया.
ज्वाला की संस्थापक डॉ दिव्या गुप्ता ने सांसद शंकर लालवानी, राज्यसभा सांसद कविता पाटीदार,बीजेपी के नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे के साथ आर्मी के ऑफिसर ले. जनरल अनंतनारायण ने झंडावंदन किया. इस अवसर पर मौजूद हजारों लोगों ने राष्ट्रगान गाया.रवि अतरोलिया जी ने झंडा संहिता के बारे में बताया. इसमें भाग लेने वाले सभी लोगों को डिजिटल सर्टिफिकट दिए गए.
गुब्बारों में उड़ाए सीड बॉल
वर्ल्ड बुक्स ऑफ रिकॉर्ड यूके के प्रतिनिधि विक्रम त्रिवेदी ने बताया कि इतने लोगों को किसी एक खास मकसद के लिए एक मंच पर इकठ्ठा करना अपने आप में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने से ज्यादा बड़ी उपलब्धि है.डॉ दिव्या गुप्ता ने बताया कि शहर में हरियाली बढ़ाने के लिए हमने इस मौके पर फलों में पौधों के बीजों से भरे हजारों गुब्बारे उड़ाए हैं. यह सीड बॉल्स की तरह काम करेंगे और गुब्बारे जहां भी फूटेंगे,वहां पौधे उगने की संभावना होगी.
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