Bageshwar Dham Sarkar: मध्य प्रदेश के बागेश्वर धाम में दुकानकारों को अपनी दुकान के बाहर नेम प्लेट लगानी पड़ेगी. यह आदेश पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) ने दी है. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि न हमें राम से दिक्कत है और न रहमान से दिक्कत है. हमें दिक्कत कालनेमियों से है. कुछ दिन पहले कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) को लेकर यूपी और उत्तराखंड में भी दुकानों के आगे मालिक का नाम लिखना अनिवार्य कर दिया गया है.


धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, ''स्टॉल लगाने वाले, टी-स्टॉल लगाने वाले, माजा की दुकान लगाने वाले लोग हैं, वे नेम प्लेट लगाएं. आज हम धाम समिति की बैठक में इसको कहेंगे, अपने समिति के पदाधिकारियों को भी बताएंगे. धाम में अपनी दुकान के आगे नेम प्लेट जरूर लगाएं.''


'पता तो चले राम वाले कौन और रहमान वाले कौन हैं'
बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, ''लोगों को ये पता चले कि राम वाले कौन हैं और रहमान वाले कौन है. हमें न राम से दिक्कत है और न रहमान से दिक्कत है. हमें कालनेमियों से दिक्कत है. इसलिए नाम बताने में कोई दिक्कत नहीं है. आप जो हो उसे नेम प्लेट में डाल दो. ताकि आने वाले श्रद्धालओं का धर्म भ्रष्ट न हो.''






फिर बाद में मत कहिएगा- धीरेंद्र शास्त्री
धीरेंद्र शास्त्री ने आगे कहा, ''यह मेरी आज्ञा है. 10 दिन के अंदर नेम प्लेट लगवा लें, नहीं तो आगे विधिक कार्रवाई धाम समिति की ओर से की जाएगी. कानून को साथ में लेकर प्रशासन को ज्ञापन दिया जाएगा. फिर बाद में मत कहिएगा.''


बता दें कि उत्तराखंड और यूपी सरकार के फैसले का विपक्ष विरोध कर रहा है. कई लोग इसका विरोध कर रहे हैं और मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है, जिसपर सुनवाई होनी है. हालांकि, इस बीच यूपी में दुकानदारों ने अपने दुकान के आगे नेम प्लेट लगाने शुरू भी कर दिए हैं.


इंदौर के विधायक की मांग पर संशय
इधर नाम-पहचान की राजनीति के बीच इंदौर से बीजेपी विधायक रमेश मेंदोला ने सीएम डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखा था. विधायक मेंदोला ने पत्र में लिखा था कि किसी भी व्यक्ति का नाम पहचान होता है. व्यक्ति को अपने नाम पर गर्व होता है. नाम पूछना ग्राहक का अधिकार है और दुकानदार को अपना नाम बताने में गर्व होना चाहिए, शर्म नहीं. मध्य प्रदेश के हर छोटे बड़े व्यापारी, कारोबारी और दुकानदार को अपना नाम बताने में गौरव के इस भाव की अनुभूति हो सके इसलिए हर दुकान के सामने दुकानदार का नाम लिखने का आदेश दिया जाए.


ये भी पढ़ें - Bhojshala News: भोजशाला में मंदिर या मस्जिद? ASI की सर्वे रिपोर्ट पर एमपी हाईकोर्ट में आज होगी सुनवाई