Dhirendra Krishna Shastri News: छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम (Bageshwar) के महंत पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) पर कलचुरी समाज के आराध्य देव सहस्त्रबाहु महाराज के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करना का आरोप लगा था. उनकी इस टिप्पणी के बाद से हैह्यवंशी कलचुरी समाज में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन कर रहा है. देशभर में धीरेन्द्र शास्त्री के पोस्टर जलाए गए थे. हालांकि, इसके बाद बागेश्वर धाम के महंत ने दो बार अपने बयान पर खेद जताया, लेकिन इससे हैह्यवंशी समाज संतुष्ट नहीं है. 


एक दिन पहले ही राजधानी भोपाल में हैह्यवंशी कलचुरी समाज ने राजधानी भोपाल में विरोध प्रदर्शन किया. गाड़ियों पर पंडित धीरेंद्र शास्त्री की गिरफ्तारी के पोस्टर लगाए गए. वहीं, हैह्यवंशी समाज सीएम शिवराज सिंह चौहान से मिलने की जिद पर अड़ा हुआ है. धरना प्रदर्शन कर रहे कलचुरी सेना के अध्यक्ष का कहना है कि पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री खेद व्यक्त करने में भी दोहरी चाल चल रहे हैं. वे खेद जताते समय कह रहे हैं कि अपने अपनी मर्जी से टिप्पणी नहीं की है, ऐसा शास्त्रों में लिखा है. इस मामले में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से मिल चुके हैं, उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया है. 


कलचुरी सेना अध्यक्ष का कहना है कि अब इस मामले में हम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलेंगे. धरना प्रदर्शन के संयोजक डॉ. एलएन मालवीय ने बताया कि पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की टिप्पणी के विरोध में पूरे देशभर में हैह्यवंशी समाज विरोध प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने बताया कि पूरे देश भर में 18 करोड़ से भी अधिक हैह्यवंशी समाज के लोग हैं. पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की टिप्पणी से समाजजनों की भावनाएं आहत हुई हैं. 


ये थे पंडित शास्त्री के विवादित बोल
पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने कहा था कि यहां पर बहुत से बुद्धि और तर्क के लोग ब्राह्मण और क्षत्रियों में आपस में टकराने के लिए उपाय करते रहते हैं कि 21 बार क्षत्रियों से भूमि विहिन कर दी, भू कर दी, पृथ्वी कर दी. बात मजाक और हंसी की यह है कि अगर 21 बार क्षत्रियों को मारा तो जब एक बार ही क्षत्रियों को मार दिया तो 20 बार क्षत्रिय कहां से आए? एक बार में ही सभी क्षत्रियों से पृथ्वी से विहिन हो गई तो 20 बार क्षत्रिय कहा से आए? 21वीं बार की जरूरत क्यों पड़ी?


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