Bageshwar Dham: क्या बागेश्वरधाम वाले पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री सनातन धर्म के पोस्टर बॉय हो गए है? मेनस्ट्रीम मीडिया और सोशल मीडिया में उनकी पॉपुलैरिटी ने यह बड़ा सवाल खड़ा किया है. कहा जा रहा है कि जिसके पक्ष में हिन्दू धर्म के सर्वोच्च गुरु शंकराचार्य बयान दे, वो अपने सनातन धर्म के लिए कुछ तो अलग कर ही रहा है. वैसे,खुद पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्रीय भी दावा कर रहे हैं कि वे सनातन धर्म का काम कर रहे हैं, इसलिए विरोधी उनके खिलाफ दुष्प्रचार में जुटे हुए हैं.


क्या है पूरा विवाद?


बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री की कथा और उनके दिव्य दरबार की चर्चा लंबे समय से हो रही है. लेकिन वह स्ट्रीम मीडिया में तब लाइमलाइट में आए,जब नागपुर में एक संस्था ने उनके चमत्कारों को चैलेंज किया.मध्य प्रदेश के छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम के आचार्य धीरेंद्र शास्त्री मन की बात जान लेने का दावा करते हैं. इसी महीने वह नागपुर में 'श्रीराम चरित्र कथा' करने गए थे. लेकिन यहां अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति के श्याम मानव ने खुला चैलेंज दिया कि धीरेंद्र शास्त्री उनके सामने अपनी सिद्धियां करके दिखाएं. कहा गया कि ऐसा कर देंगे तो शास्त्री को 30 लाख रुपये दिए जाएंगे. यह भी आरोप लगा कि इस चुनौती के बाद धीरेंद्र शास्त्री अपनी कथा 2 दिन पहले ही समाप्त कर वापस लौट गए. बस यही से सारे फसाद की शुरुआत हुई.


सनातन धर्म के पोस्टर बॉय बने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री?


पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भी इसे अपने खिलाफ षड्यंत्र बताया और कहा कि वे दूसरे धर्मों में चले गए सनातन धर्मावलंबियों की वापसी का अभियान चला रहे हैं. इसी वजह से उन्हें सनातन विरोधी अपना निशाना बना रहे हैं. इस विवाद के बाद अचानक से बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पूरे देश की मुख्यधारा की मीडिया के साथ सोशल मीडिया पर छा गए. उनके पक्ष और विपक्ष में लगातार बयान बाजी होने लगी. पंडित धीरेंद्र शास्त्री भी खुद ताल ठोक कर मैदान में आ गए और अपने खिलाफ हो रहे हमले को सनातन धर्म पर आक्रमण से जोड़ दिया. अपने फेसबुक पेज और यूट्यूब के वीडियो के माध्यम से वह लगातार भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की बात भी कर रहे हैं. उनकी मुखरता और पॉपुलरटी ने उन्हें हाल फिलहाल सनातन धर्म का पोस्टर बॉय बना दिया है.


बागेश्वर पीठाधीश्वर के समर्थन में उतरे लोग


इतना ही नहीं हिंदू धर्म के सर्वोच्च गुरु और द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती जी ने भी पंडित धीरेंद्र शास्त्री का समर्थन किया है. उनके मुताबिक बागेश्वर पीठाधीश्वर हिंदू धर्म का ही काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यदि हनुमान जी की कृपा से किसी के दुख-दर्द दूर हो रहे हैं तो इसमें क्या परेशानी हो सकती है. वहीं ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने पहले चमत्कारों को लेकर सवाल उठाया लेकिन बाद में स्पष्ट किया कि उन्होंने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर कोई उंगली नहीं उठाई है. पूरे विवाद के दौरान सोशल मीडिया पर बागेश्वर पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को जबरदस्त समर्थन मिल रहा है. लोग उनके पक्ष में लगातार फेसबुक पर पोस्ट डाल रहे हैं. ट्विटर पर भी उनका समर्थन कर रहे हैं.


सियासी दल सेंक रहे राजनीतिक रोटियां


वहीं उनके चमत्कारों को अंधश्रद्धा बताने वालों की भी कमी नहीं है. नए विवाद के बाद उनकी कथा और दिव्य दरबार की मांग भी बढ़ती जा रही है. नेता भी उनको अपने निर्वाचन क्षेत्र में लाकर अगले विधानसभा चुनाव में लाभ लेने की कोशिश में लगे हैं. वरिष्ठ पत्रकार रविन्द्र दुबे का कहना है कि पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अब हिंदुत्व के नए झंडाबरदार बनकर उभरे हैं. यही वजह है कि राजनीतिक पार्टियों और नेता उन्हें हाथों-हाथ ले रहे हैं.


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