Bageshwar Dham: धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के समर्थन में CM शिवराज के मंत्री, रामचरितमानस को राष्ट्रीय ग्रंथ वाली मांग को बताया जायज
Bageshwar Dham News: डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि हमारे धर्म गुरु और कथावाचक अपने आयोजनों में धर्म की बातें करते हैं. इससे लोगों की धार्मिक आस्था जुड़ी है, इसलिए लोग उन्हें सुनते हैं.
MP Health Minister Bageshwar Dham News: सोशल मीडिया पर इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चित शब्द है 'बागेश्वर धाम'. इसी बीच गुरुवार को मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी भी बाघेश्वर धाम के समर्थन में सामने आए हैं. उन्होंने रामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी पर करने वालों से कहा कि सभी को अपने अपने धर्म का सम्मान करना चाहिए ओर किसी धर्म के बारे में विवादित टिप्पणी करने का किसी को अधिकार नहीं है. वहीं, प्रभुराम चौधरी ने बागेश्वर सरकार के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा रामचरितमानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने की मांग को उचित बताया है और भारत सरकार से इस विषय पर कार्रवाई करने की बात कही है.
डॉ. प्रभुराम चौधरी गुरुवार को गणतंत्र दिवस के मौके पर मुख्य समारोह में झंडावंदन करने रायसेन आए थे. यहां स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमारे धर्म गुरु और कथावाचक अपने आयोजनों में धर्म की बातें करते हैं. इसमें लोगों की धार्मिक आस्था है, इसलिए लोग उन्हें सुनते हैं.
कमलनाथ सरकार में रह चुके हैं शिक्षा मंत्री
डॉ. प्रभुराम चौधरी मध्य प्रदेश के बड़े दलित नेता माने जाने जाते हैं और मौजूदा समय में शिवराज सरकार में ज्योतिरादित्य सिंधिया कोटे से कैबिनेट स्वास्थ्य मंत्री हैं. इससे पहले वह कांग्रेस की कमलनाथ सरकार में भी शिक्षा मंत्री रह चुके हैं.
गौरतलब है कि इस पूरे मामले में बीजेपी के कई पुराने दिग्गज नेता चुप्पी साधे हुए हैं, जबकि कांग्रेस से बीजेपी में आए नेता खुलकर बागेश्वर सरकार का समर्थन कर रहे हैं.
भोपाल का नाम बदलने की भी की मांग
मालूम हो, विवादों के बीच धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कई ऐसे बयान दिए हैं, जो सुर्खियां बन गए हैं. पहले रामचरितमानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने की मांग और फिर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का नाम बदलकर 'भोजपाल' करने की मांग इन्हीं में से हैं. धीरेंद्र शास्त्री ने मध्य प्रदेश सरकार से अपील की है कि भोपाल का नाम बदल देना चाहिए. वहीं, जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि जब कतक भोपाल का नाम 'भोजपाल' नहीं किया जाएगा, तब तक वह अगली कथा के लिए यहां नहीं आएंगे.
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