Bageshwar Dham Sarkar: बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Pandit Dhirendra Shastri) ने एक बड़ा बयान दिया है. पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि 'मैंने कोई ऐसी लीला नहीं की है जिसमें मैं फंसू, हमने अपने जीवन में जो भी किया वो गुरु कृपा से सनातन के लिए किया आगे भी सनातन के लिए करेंगे. मैं ईश्वर नहीं हूं, जैसे आम इंसान होते हैं वैसे मैं भी साधारण सा आदमी हूं. हममें कोई अलग बात नहीं है, लेकिन हमने अपनी परंपरा को ठीक से जाना है.'


वहीं लोगों का भविष्य बताने या कई तरह के चमत्कार करने को लेकर बागेश्वर धाम सरकार ने इंडिया टीवी के शो आप की अदालत में कहा कि 'मैंने कभी दावा नहीं कि मैं चमत्कारी हूं. हम कोई ईश्वर नहीं, कोई महात्मा नहीं हैं. हमारी सिर्फ अपने ईष्ट के प्रति आस्था, ऋृषि परंपरा के प्रति आस्था है. इस महिमा का हम अनुकरण करते हैं और उस आस्था से हमें रास्ता मिल जाता है तो लोग इसे चाहे जो नाम दें.' 


सनातनियों को दिया था नारा
वहीं इससे पहले पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Pandit Dhirendra Shastri) ने कहा था कि 'सनातन के ऊपर उंगली उठाई जाएगी तो मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा, सांच को आंच नहीं, जब तक जिएंगे सनातन की बात करेंगे. उन्होंने आगे कहा था कि सारे हिंदू एक हो जाओ, आज सुभाषचंद्र बोस की जयंती है, उनका नारा था- तुम मुझे खून दो हम तुम्हें आजादी दूंगा. हम आज कहते हैं तुम मेरा साथ दो, तुम्हें हम हिंदू राष्ट्र दूंगा.'


बागेश्वर सरकार क्यों है चर्चा में
गौरतलब है कि बागेश्वर धाम सरकार को नागपुर में अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति की तरफ से चुनौती दी गई थी. इसपर देशभर बवाल मच गया था. हिंदू संगठनों ने भी अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति के प्रमुख श्याम मानव का पुतला दहन किया था. वहीं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने रायपुर के दिव्य दरबार में श्याम मानव को आमंत्रण दिया था. उन्होंने चुनौती स्वीकार करते हुए किराए का खर्चा भी उठाने का बयान दिया था. तब से ये मामला देशभर चर्चा का विषय बना हुआ है.



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