बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत की. इस दौरान जब उनसे दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि राजनीतिक चर्चा पर हम बहुत ज्यादा पक्ष नहीं रख पाते हैं क्योंकि हमारा रास्ता अध्यात्म का है. हालांकि, दिल्ली में यमुना के सफाई के मुद्दे पर उन्होंने अपनी राय जरूर दी.
'नदियां ही प्रकृति को बचाकर रखेंगी'
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि भारतीय नागरिक होने के नाते हम इतना जरूर कह सकते हैं कि भारत की हर एक नदी स्वच्छ होनी चाहिए. नदियां जीवन हैं और नदियां ही प्रकृति को बचाकर रखेंगी. नदियां और इसका जल सुरक्षित रहेगा तो जीवन का कल सुरक्षित रहेगा. इसमें भी गंगा, यमुना, सरस्वती और नर्मदा ये भारत की प्राणदायिनी नदियां हैं.
इसके आगे उन्होंने कहा, "रही बात सरकारों के वादों कि तो हर सरकार का ये दायित्व है कि जिस क्षेत्र से वो अपने उम्मीदवार को उतारे वहां पर शिक्षा, स्वास्थ और प्रकृति पर पुरजोर तरीके से काम होना चाहिए."
महाकुंभ भगदड़ वाले बयान पर क्या बोले?
महाकुंभ भगदड़ में जान गंवाने वालों को मोक्ष की प्राप्ति हुई, अपने इस बयान पर उन्होंने कहा कि इसे ठीक उलटे तरीके से ले लिया गया. शुरुआती बयानों को नहीं सुना गया. हमने दुख जताया था. वो कार्यक्रम श्रद्धांजलि सभा के लिए ही था. असमय जाना दुखित है. वो ऐसा समय था कि कुछ न कुछ तो कहना ही था. हम ये तो नहीं कह सकते कि मर गए तो मर गए.
लोगों को लगा कि आपने सरकार और पुलिस की आलोचना नहीं की और मोक्ष वाला बयान दे दिया, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि किसी को गाली देकर आलोचना करना जरूरी नहीं है. जो घटना घटी उसमें कमी तो है. अब उसमें ष्डयंत्रकारी हैं या क्या है ये तथ्य तो जांच के बाद ही सामने आ सकता है. हम कोर्ट तो नहीं है कि हम न्याय दे दें. प्रशासन की निश्चित रूप से नाकामी है. हम किसी सरकार का क्यों विरोध करेंगे. हम लोगों का विरोध क्यों करेंगे, हमारे लिए तो सब समान हैं.
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