मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के छतरपुर जिले के बागेश्वरधाम (Bageshwar Dham) के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Pandit Dhirendra Krishna Shastri) एकांतवास में चले गए हैं. उनसे मिलने की आस में गंगोत्री से 1200 किलोमीटर की पदयात्रा करके छतरपुर पहुंचीं शिवरंजनी तिवारी के अरमान पूरे होते नहीं दिख रहे हैं. हालांकि, अब पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को अपना 'प्राणनाथ' बताने वाली शिवरंजनी के मामले में कई रहस्य भी उजागर हो रहे हैं.
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री एकांतवास में चले गए हैं. बागेश्वर धाम के ट्विटर पर लिखा गया है, "शहर की कोलाहल से दूर….एकांतवाश….पूज्य सरकार अभी 20 जून तक एकांतवाश में है…भोपाल की कथा संपन्न होने के बाद दिनांक 24 जून को धाम पधारेंगे."
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के एकांतवास में जाने की सूचना तो दी जा रही है लेकिन वे कहां पर हैं, यह नहीं बताया जा रहा है. इसके पूर्व पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कटनी जिले के विजयराघवगढ़ इलाके में बीजेपी विधायक संजय पाठक के धार्मिक अनुष्ठान में शामिल हुए थे. इस दौरान उन्होंने अपने गुरु रामभद्राचार्य से आशीर्वाद भी लिया था.
पिछले डेढ़ माह से सोशल मीडिया में चर्चित शिवरंजनी तिवारी के बारे में अभी तक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने एक भी शब्द नहीं कहा है. दावा किया गया है कि गंगोत्री से गंगा जल लेकर निकली शिवरंजनी बागेश्वर धाम पहुंचकर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को विवाह का प्रस्ताव देंगी. इस दौरान पूरे रास्ते शिवरंजनी पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हो अपना 'प्राणनाथ' बताती रहीं. फिलहाल शिवरंजनी छतरपुर जिले में हैं. शुक्रवार शाम को उनके बागेश्वर धाम पहुंचने की संभावना व्यक्त की जा रही है.
शिवरंजनी के छतरपुर जिले की सीमा में प्रवेश करने पर जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री तो एकांतवास में चले जाएंगे तो आपकी मुलाकात कैसे होगी? उन्होंने दृढ़ता से कहा था कि एकांतवास में जाएं या अज्ञातवास में हमारी तो मुलाकात होकर रहेगी.
इस पूरे एपिसोड में एक नया ट्विस्ट भी आ गया है. बताया जाता है कि शिवरंजनी के पिता पंडित बैजनाथ तिवारी एक ब्रांड का आयुर्वेदिक तेल बनाते हैं. सोशल मीडिया में वायरल एक पोस्टर में तेल की मार्केटिंग बागेश्वरधाम चिकित्सालय के माध्यम से करने की सूचना दी जा रही है. शिवरंजनी तिवारी और उनके पिता बैजनाथ तिवारी ने छतरपुर में पत्रकारों के समक्ष स्वीकार किया है कि वे तेल बागेश्वरधाम में बेचते थे.
बैजनाथ तिवारी का आरोप है कि उसी दौरान किसी विवाद के चलते पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के सेवकों ने उन्हें धमकाया था. इसके बाद उन्होंने वहां तेल बेचना बन्द कर दिया. इसी तरह शिवरंजनी का दावा है कि उन्होंने गंगोत्री से 12 सौ किलोमीटर की पैदल यात्रा की है, जबकि अनेक वायरल वीडियो में उन्हें कार में बैठकर चलते देखा गया है. तेल के विवाद और पैदल चलने के दावे की पोल खुलने के बाद शिवरंजनी का मामला पेचीदा होता जा रही है. वहीं, बागेश्वरधाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की चुप्पी भी कई सवालों को जन्म दे रही है?