MP News: बीमारी दूर करने का आशीर्वाद लेने बागेश्वर धाम आई थी महिला, अर्जी का नंबर आने से पहले आ गई मौत
Bageshwar Dham: नीलू सिंह नाम की महिला ने बागेश्वर धाम पहुंचकर सुबह पंडाल में खाना भी खाया था, लेकिन शाम होते-होते अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई. महंत से मिलने से पहले ही नीलू सिंह की मौत हो गई.
Bageshwar Dham News: मध्य प्रदेश के छतरपुर के बागेश्वर धाम अब देशभर के लाखों लोगों की आस्था का बड़ा केंद्र बन गया है. यही वजह है कि यहां पर अपनी अर्जी लेकर देशभर के लोग पहुंच रहे हैं. इन्हीं लोगों में शामिल उत्तर प्रदेश की बीमार महिला भी अपनी अर्जी लगाने के लिए बागेश्वर धाम पहुंची थी. महिला का अर्जी को लेकर नंबर तो नहीं आया लेकिन बीमारी के चलते उनकी दुखद मौत हो गई.
यूपी की रहने वाली नीलू सिंह अपने पति देवेंद्र सिंह के साथ बीमारी की अर्जी लगाने के लिए बागेश्वर धाम पहुंची थी. 30 वर्षीय नीलू सिंह पिछले कई सालों से लगातार बीमार चल रही थी. उन्हें उम्मीद थी कि बागेश्वर धाम में अर्जी की सुनवाई के दौरान बीमारी दूर होने का आशीर्वाद मिल जाएगा. महिला और उसके पति को इस बात का जरा भी इल्म नहीं था कि अर्जी की सुनवाई के पहले ही उनकी उम्मीदों पर पानी भी फिर सकता है.
बताया जा रहा है कि महिला नीलू सिंह की पंडाल में अचानक तबीयत बिगड़ गई. इसके बाद उन्हें उपचार के लिए चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई गई. इस दौरान नीलू सिंह की दुखद मौत हो गई. जैसे ही इस बात की खबर दूसरे श्रद्धालुओं में फैली, वैसे ही लोगों ने काफी दुख जताया.
सुबह पंडाल में किया था भोजन
नीलू सिंह के परिजनों के मुताबिक सुबह नीलू सिंह की तबीयत ठीक थी. परिवार के लोगों ने सुना था कि बागेश्वर धाम में सब की तकलीफ दूर होती है. इसी वजह से अपनी अर्जी लगाने के लिए नीलू सिंह पहुंची थी. उन्होंने सुबह पंडाल में खाना भी खाया था, लेकिन शाम होते-होते अचानक तबीयत बिगड़ गई. इसके बाद नीलू सिंह की मौत हो गई.
पारिवारिक और शारीरिक दोनों तकलीफों के मरीज बागेश्वर धाम में
बागेश्वर धाम में ऐसे लोगों की भी कमी नहीं है जो पारिवारिक के साथ साथ शारीरिक तकलीफों को लेकर भी पहुंचते हैं. बागेश्वर धाम के गादीपति धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ऐसे लोगों की अर्जी पर सुनवाई करते हैं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कई बार इस बात को कह चुके हैं कि वह कोई चमत्कार नहीं करते हैं बल्कि भगवान तक लोगों की अर्जी पहुंचाते हैं जो आदेश होने मिलता है वह पर्ची पर लिखकर दे देते हैं.