Jabalpur News: बजरंग दल (Bajrang Dal) के कार्यकर्ताओं द्वारा जबलपुर में कांग्रेस दफ्तर में तोड़फोड़ पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Ex CM Kamal Nath) ने सख्त नाराजगी दिखाई है.उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) से तोड़फोड़ करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने और यह सुनिश्चित करने की मांग की है कि मध्य प्रदेश में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति ना हो. वहीं, घटना के बाद कांग्रेस (Congress) ने भी रैली निकालकर कोतवाली थाना का घेराव किया.इस दौरान कांग्रेसियों की पुलिस से हल्की झड़प भी हुई.


किस बात का विरोध कर रहा है बजरंग दल


दरसअल,कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के घोषणा पत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव के विरोध में जबलपुर में गुरुवार को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा मचाया.उन्होंने कांग्रेस दफ्तर में तोड़फोड़ की.इस दौरान दौरान उन्होंने ना केवल कांग्रेस पार्टी का बैनर फाड़ दिया बल्कि पत्थरबाजी करते हुए दफ्तर की खिड़कियों के कांच भी तोड़ दिए.बलदेवबाग के निकट सड़क पर लगभग आधा घंटे भगवा ध्वज लेकर उग्र प्रदर्शन करने के बाद अचानक बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय की तरफ रुख किया.जिस बिल्डिंग में कांग्रेस कार्यालय था,उस पर उन्होंने पत्थर फेंकना शुरू कर दिया.इस दौरान बहुत देर तक पुलिस मूकदर्शक बनी रही.






इस घटना के बाद मध्य प्रदेश की राजनीति गरमा गई है.पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने ट्वीट करके मुख्यमंत्री चौहान को कटघरे में खड़ा किया.उन्होने कहा कि,आज जबलपुर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में घुसकर नारेबाजी और तोड़फोड़ की.इससे भी ज्यादा दुख की बात यह है कि तोड़फोड़ करने वालों को रोकने में पुलिस ने कोई विशेष कार्रवाई नहीं की.


कमलनाथ ने क्या कहा है 


कमलनाथ ने आगे कहा,"मैं मुख्यमंत्री जी से जानना चाहता हूं कि क्या अब उनकी सरकार और भारतीय जनता पार्टी ने सभी लोकतांत्रिक तरीके छोड़ दिए हैं और जनता के बीच पूरी तरह से पैर उखड़ने के बाद कांग्रेस पार्टी के ऊपर सीधा हमला करने का मन बना लिया है.मुख्यमंत्री जी, अगर आपकी लोकतंत्र में जरा भी आस्था है तो तोड़फोड़ करने वालों पर सख्त कार्रवाई करें और यह भी सुनिश्चित करें कि मध्य प्रदेश में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति ना हो.मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भी कहना चाहता हूं कि उन्हें अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक संघर्ष के लिए तैयार रहना चाहिए."






कांग्रेस ने कोतवाली घेरा


वहीं,सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता और राज्यसभा सदस्य विवेक तंखा ने भी इस घटना पर नाराजगी जाहिर की है.तंखा ने अपने सोशल मीडिया अकॉउंट में लिखा,"बजरंग दल के असामाजिक तत्व ने कांग्रेस पार्टी के सिटी कार्यालय में तोड़फोड़ कर सिद्ध कर दिया कि वे हिंदू धर्म की प्रतिमूर्ति, साहस, सेवा और राम के प्रति निष्ठा के प्रतीक महाबजरंग बलि के भक्त नहीं, यद्यपि ईश्वर के नाम को कलंकित करने वाले अवांछित अपराधी है."


तंखा ने आगे कहा कि जबलपर के कलेक्टर और एसपी से आशा है कि ऐसे तत्व के विरुद्ध , शीघ्र अति शीघ्र कड़ी कार्यवाही कर अपनी प्रशासनिक निष्पक्षता और संविधान के प्रति प्रतिबद्धता सिद्ध करें.कांग्रेस के धैर्य की परीक्षा मत लीजिए.मध्य प्रदेश की आठ करोड़ जनता समझती है,यह सब कौन करवा रहा है.


बजरंग दल की तोड़फोड़ के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता भी उग्र हो गए.उन्होंने कोतवाली थाने का घेराव करते हुए पुलिस से झूमाझटकी भी की.इस दौरान विधायक तरुण भनोट विधायक, लखन घनघोरिया, महापौर जगत बहादुर सिंह सहित तमाम बड़े कांग्रेस कार्यकर्ताओं पदाधिकारी मौजूद रहे.उन्होंने पुलिस से एफआईआर दर्ज करके दोषी बजरंग दल कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की मांग की.


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