MP: फिर खोले गए बरगी डैम के सात गेट, नर्मदा घाटी के इलाकों में बाढ़ का अलर्ट
Bargi Dam: प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि नर्मदा के तट से पर्याप्त दूरी बनाये रखें. वहीं, जिलों के कलेक्टर और एसडीआरएफ की टीम को अलर्ट रहने को कहा गया है.
MP News: मध्य प्रदेश में नर्मदा के तराई वाले इलाकों में एक बार फिर बाढ़ का अलर्ट है. जबलपुर और आसपास के इलाकों में लगातार हो रही बारिश के कारण शुक्रवार (15 सितंबर) को दोपहर 12 बजे नर्मदा नदी में बने बरगी डैम के सात गेट खोल दिए गए. इससे जबलपुर के साथ नरसिंहपुर, रायसेन, नर्मदापुरम और खंडवा जिले के नर्मदा किनारे बसे शहरों एवं गांवों में बाढ़ के हालात बनेंगे. शाम 5 बजे तक 13 गेट खोलने की तैयारी बंद प्रबंधन ने की.
रानी अवंती बाई सागर परियोजना के तहत आने वाले बरगी डैम के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अजय सूरे के मुताबिक बरगी डैम के सभी 7 गेटों को औसत उंचाई 1 मीटर तक खोलते हुए 1092 क्यूमेक (घन मीटर प्रति सेकेंड) जल की निकासी की जा रही है. उन्होंने बताया कि आज बरगी डैम का लेवल 422.85 मीटर तक पहुंच गया है. डैम का अधिकतम लेवल 422.76 मीटर है. इस वक्त डैम लगभग 100 फीसदी से ज्यादा भर चुका है. बताया गया है कि डैम के जलग्रहण क्षेत्र में पिछले 48 घन्टे में 79 मिमी से ज्यादा वर्षा दर्ज की गई है.
बरगी डैम के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अजय सूरे ने बताया लोगों से मां नर्मदा के तट से पर्याप्त दूरी बनाये रखने की अपील है. राज्य शासन की ओर से संबंधित जिलों के कलेक्टर और एसडीआरएफ की टीम को अलर्ट रहने को कहा गया है. बरगी डैम के गेट खुलने से सबसे ज्यादा असर जबलपुर और नर्मदापुरम जिले के तराई वाले इलाकों में पड़ने का अनुमान है.
यहां बताते चले कि इस मानसून सीजन में बरगी डेम के गेटों को चौथी बार खोला गया है. सबसे पहले 19 जुलाई 2023 को डैम के पांच गेट पहली बार 80 सेंटीमीटर ऊंचाई तक खोले गए थे. उस वक्त बांध का लेवल 418.45 मीटर पहुंच गया था. इसी तरह दूसरी बार 3 अगस्त को बांध के 15 गेट खोले गए थे. अगले दिन 4 अगस्त को बढ़ाकर लगातार पानी की आवक होने से डैम के 19 गेट पौने दो मीटर तक खोल दिए गए थे.