Barwani Smuggling Case: बड़वानी में कारखाने पर रेड, 30 लाख की सागवान की लकड़ी जब्त, महाराष्ट्र से की गई थी तस्करी
बरामद सागवान की लकड़ी की कीमत 30 लाख रुपए से ज्यादा बताई जा रही है. वन मंडल के सेंधवा डिपो में 5 आयशर ट्रक और 1 ट्रैक्टर की सहायता से सागवान की लकड़ी को लाया गया था.
बड़वानी (Barwani) में बेशकीमती सागवान लकड़ी की तस्करी मामले (Teak Wood Smuggling Case) के खिलाफ कई वर्षों बाद अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई हुई है. वन विभाग (Forest Department) ने 30 लाख से अधिक अवैध सागवान की लकड़ी बरामद की है. सेंधवा के पास ग्राम चाचरिया में वन विभाग को मुखबिर से सूचना मिली थी कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के जंगलों से तस्करी कर बेशकीमती लकड़ी लाई गई है. मुखबिर की सूचना पर वन विभाग की टीम ने व्यापारी के कारखाने पर छापा मारा. छापेमारी के दौरान अवैध ढंग से लाई गई बड़ी मात्रा में बेशकीमती सागवान की लकड़ी बरामद हुई.
वन विभाग ने 30 लाख की अवैध सागवान की लकड़ी जब्त
बरामद सागवान की लकड़ी की कीमत 30 लाख रुपए से ज्यादा बताई जा रही है. कारखाना से सागवान की सिल्लियां, चौखट, खिड़कियां, दरवाजे, मशीन कटर और अन्य उपकरण जब्त कर लिया गया है. वन मंडल के सेंधवा डिपो में 5 आयशर ट्रक और 1 ट्रैक्टर की सहायता से सागवान की लकड़ी को लाया गया था. धनोरा वन मंडल परिक्षेत्र में वन विभाग की टीम ने कई वर्षों बाद बड़ी कार्रवाई की है. वन विभाग के अधिकारी अनुपम शर्मा ने बताया कि बरामद की गई लकड़ियां लगभग तीन से चार साल पुरानी है.
तस्करी में अंतरराज्यीय तस्कर गिरोह का हो सकता है हाथ
आस-पास और पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के जंगलों से तस्करी की गई है. तस्करी में अंतरराज्यीय तस्कर गिरोह का हाथ हो सकता है. गिरोह भारी मात्रा में तस्करी कर अवैध कारोबार चला रहा था. जल्द मामले का खुलासा होगा. कारखाने का मालिक आरोपी दिनेश छापे की कार्यवाही के बाद से फरार है. गौरतलब है कि अक्सर बेशकीमती पेड़ों जैसे चंदन और सागवान की कटाई कर तस्करी करने की खबर सामने आती रहती है. कीमती पेड़ों की कटाई कर तस्कर व्यापारियों से औने-पौने दामों में बेच देते हैं. लकड़ी व्यापारी घर में उपयोगी वस्तुओं का निर्माण कर मोटा मुनाफा लेकर ग्राहकों को बेचते हैं.