Bhagoriya Mahotsav: संसदीय चुनाव से ठीक पहले आए आदिवासी संस्कृति का पर्व भगोरिया राजनीतिक रंग में रंगा हुआ नजर आ रहा है. प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज झाबुआ में आयोजित भगोरिया में मेले शामिल हुए, जबकि पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान अपनी धर्मपत्नी साधना सिंह चौहान के साथ सीहोर जिले के ग्राम ब्रिजिशनगर में आयोजित मेले में शामिल हुए. इस दौरान सीएम व पूर्व सीएम पूरी तरह से आदिवासी वेशभूषा में नजर आए, जबकि मांदल की थाप पर थिरके भी.


प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी रंगों के पर्व होली से सात दिन पहले आदिवासी संस्कृति के पर्व भगोरिया की शुरुआत हो गई थी. प्रदेश के आदिवासी क्षेत्र धार, झाबुआ, खरगोन, अलीराजपुर, करड़ावद आदि क्षेत्रों में भगोरिया पर्व मनाया जा रहा है.


इसी तरह राजधानी भोपाल से सटे सीहोर जिले के कई गांवों में भी भगोरिया पर्व मनाया जा रहा है. सीहोर जिले के ब्रिजिशनगर में आयोजित भगोरिया पर्व में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान अपनी पत्नी साधना सिंह चौहान के साथ शामिल हुए. 






सीएम डॉ. यादव ने दी बधाई
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने भगोरिया महोत्सव और होली की दी शुभकामनाएं दी हैं. सीएम यादव ने कहा कि होली के पावन पर मेरी ओर से प्रदेशवासियों, देशवासियों, सभी भाई-बहनों को बधाई.


मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि आदिवासी अंचल में विकास हमारी प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि भगोरिया पूरे वर्ष का सर्वाधिक आकर्षण का और आनंद का त्यौहार है जो बसंत ऋतु में आता है. फाल्गुन माह का ये मस्ती का त्यौहार है, इसका आनंद ही कुछ और है. सीएम डॉ. यादव ने कहा कि बीजेपी की सरकार बनते ही हमने सबसे पहले खरगोन में टंट्या मामा के नाम पर एक नया विश्वविद्यालय प्रारंभ किया गया, जो इसी सत्र में प्रारंभ भी हो गया है. यह पांच जिलों को कवर करेगा. 


आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज की घोषणा
सीएम डॉ. यादव ने कहा कि धार, झाबुआ पूरे क्षेत्र में प्राकृतिक रूप से वनसंपदा का भी क्षेत्र है, इसलिए आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज की घोषणा की है. यहां अगले सत्र से कॉलेज बनना प्रारंभ हो जाएगा. हमारे पूरे अंचल में विकास की संभावनाओं को लेकर लगभग एक लाख करोड़ रुपए के अलग. अलग प्रकार के विकास कार्य चल रहे हैं. यहां उद्योग निवेश की भी बड़ी संभावना है, जो अति पिछड़ा क्षेत्र है. उसके लिए भी प्रधानमंत्री जी ने जो घोषणा की है, उसके आधार पर पेसा एक्ट लगाते हुए वो सब विकास के कार्य कर रहे हैं, इससे लोगों को लाभ होगा.


मांदल की थाप पर थिरके सीएम-पूर्व सीएम
झाबुआ में आयोजित भगोरिया मेले में सीएम डॉ. मोहन यादव आदिवासी रंग में रंगे नजर आए, वे आदिवासियों के साथ मांदल की थाक पर थिरके भी. इसी तरह पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान विदिशा संसदीय क्षेत्र के ग्राम ब्रिजिशनगर में शामिल हुए. उनके साथ उनकी धर्मपत्नी साधना सिंह चौहान भी शामिल रही. इस दौरान पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आदिवासियों के साथ मांदल की थाप पर नृत्य भी किया. 


मैं अपने परिवार के पास आया हूं
ग्राम ब्रिजिशनगर में भगोरिया उत्सव का शुभारंभ किया. जिसके बाद उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि मैं नेता के रूप में यहां नहीं आया हूं, अपने परिवार के पास आया हूं. यह हमारी संस्कृति है, हमको हर त्यौहार अनंत के साथ मनाना चाहिए. मेरे लिए आप मेरा परिवार है. 


बहनों को मुस्कुराने का अधिकार
पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बहनों को भी मुस्कराहट का अधिकार है. उन्होंने कहा कि मैंने बेटी को लक्ष्मी और बहनों को लाड़ली बनाया है. चुनाव के बाद सभी महिलाओं को लखपति दीदी बनना है. पूर्व सीएम ने कहा कि जनता की सेवा मेरे लिए भगवान की सेवा है. उन्होंने कहा कि में भोले का पुजारी हूं, संसार को बचाने के लिए उन्होंने जहर पिया. उन्होंने कहा कि मेरे लिए सभी बेटियां देवी का रूप है. भगोरिया उत्सव के दौरान एक लाड़ली लक्ष्मी ने पैसों से भरी अपनी गुल्लक दे दी.


ये भी पढ़ें: दिग्विजय सिंह का बड़ा बयान- 'मैं तो शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ चुनाव लड़ लेता लेकिन...'