Madhya Pradesh: दतिया जिले में देवी को लगाया जाता है भजिया और समोसे का भोग,धूमावती देवी के मंदिर में की जाती है विशेष पूजा
स्थानीय लोगों के अनुसार,जब भी कोई बड़ी विपदा आती है,तो धूमावती के दरबार में जाकर विशेष पूजा की जाती है. अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए आराधना की जाती है.
Datia News: जब देवी देवताओं को प्रसाद चढ़ाने की बात आती है तो सिर्फ मीठे का ही जिक्र होता है. लेकिन मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के दतिया जिले में एक ऐसी देवी का मंदिर है जहाँ भोग में भजिया, समोसा और कचौरी का भोग लगाया जाता है.
दतिया में पीतांबरा शक्तिपीठ और धूमावती देवी का मंदिर यहां स्थित है. उन्हें एक तांत्रिक देवी माना गया है जो श्याम वर्ण है और सफेद रंग की साड़ी पहने हुए हैं. सुहागवती महिलाओं के लिए उनके दर्शन वर्जित हैं.
नमकीन पदार्थों का भोग लगाया जाता है
मान्यता है कि किसी का सम्मोहन कराना हो या उच्चाटन,तो इसके लिए धूमावती का खास अनुष्ठान किया जाता है. वह तांत्रिक देवी हैं इसलिए इन्हें भोग के तौर पर मीठा नहीं चढ़ाया जाता बल्कि नमकीन पदार्थों का भोग लगाया जाता है. इसके साथ ही सफेद रंग के पुष्प चढ़ाए जाते हैं.
वैसे तो इस मंदिर में प्रतिदिन पूजा की जाती है,लेकिन शनिवार को खास अनुष्ठान होते हैं. इतना ही नहीं नवरात्रि के मौके पर यहां कई लोग आते हैं और अपनी सफलता की कामना करते हैं.इस मौके पर देश के अलग-अलग हिस्सों के राजनेताओं के अलावा तमाम बड़े लोग मौजूद होते हैं और वे अनुष्ठान भी करते हैं. ताकि उनके सारे काम पूरे हो जाएं और विरोधी को भी आसानी से शिकस्त दे सकें.
धूमावती के दरबार में जाकर विशेष पूजा की जाती
स्थानीय लोगों के अनुसार,जब भी कोई बड़ी विपदा आती है,तो धूमावती के दरबार में जाकर विशेष पूजा की जाती है. अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए आराधना की जाती है. हालांकि,इस मंदिर में देवी को चटनी और रोटी का भी प्रसाद चढ़ाया जाता है.
संभवत यह देश की एकमात्र देवी होंगी जिन्हें नमकीन प्रसाद चढ़ाया जाता है.यही वजह है कि शनिवार को शक्तिपीठ के आसपास सड़क पर समोसा, कचौरी और मंगोड़ी बनाने वालों की सैकड़ों दुकानें लगी रहती हैं.
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