Madhya Pradesh: लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस (Congress) के पूर्व राष्ट्रीय राहुल गांधी (Rahul Gandi) की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' 3 मार्च 2024 को मुरैना (Morena) से मध्य प्रदेश (MP) में प्रवेश करेगी. कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक हफ्ते मध्य प्रदेश में रहकर 698 किमी का सफर तय करेंगे. जानकारी के अनुसार न्याय यात्रा को लेकर मध्य प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह, पीसीसी चीफ जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष सिंघार अगले महीने 4 से 7 फरवरी के बीच भोपाल के साथ ग्वालियर और उज्जैन में तैयारियों की समीक्षा करेंगे.
कांग्रेस पार्टी के सूत्रों ने बताया कि लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी अपनी न्याय यात्रा के साथ एमपी की कुल सात लोकसभा सीटों पर पहुंचेंगे. इसमें ग्वालियर-चंबल की चार सीटें शामिल है. मुरैना के बाद राहुल गांधी अपनी यात्रा के साथ ग्वालियर पहुंचेंगे. इसके बाद फिर शिवपुरी, गुना, राजगढ़, आगर मालवा, उज्जैन, रतलाम से झाबुआ होते हुए राजस्थान के बांसवाड़ा निकल जाएंगे.
न्याय यात्रा MP में मुरैना से करेगी प्रवेश
कांग्रेस की इस न्याय यात्रा को लोकसभा चुनाव की तैयारियों की शुरुआत की तरह देखा जा रहा है. विधानसभा चुनाव में बुरी तरह हार झेल चुकी पार्टी अब लोकसभा चुनाव में बेहतर करने की योजना बना रही है. कांग्रेस की ओर से बताया गया है कि मणिपुर से शुरू हुई राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा तीन मार्च को मुरैना से मध्य प्रदेश की सीमा में प्रवेश करेगी.
राहुल गांधी 7 लोकसभा सीटें करेंगे कवर
प्रदेश कांग्रेस राहुल गांधी की इस यात्रा को लेकर तैयारियों में जुट गई है. माना जा रहा है कि हाल ही में हुए प्रदेश कांग्रेस के नेतृत्व परिवर्तन के बाद यह पार्टी का पहला बड़ा कार्यक्रम होगा. पार्टी यात्रा में ज्यादा से ज्यादा भीड़ जुटाने के लिए योजना बनाने में जुटी हुई है. भारत जोड़ो-न्याय यात्रा में ग्वालियर-चंबल और मालवा सहित प्रदेश के कुल 9 जिले और 7 लोकसभा सीटें कवर होंगी. राजस्थान के धौलपुर से होते हुए राहुल गांधी तीन मार्च को मुरैना में यात्रा के साथ प्रवेश करेंगे.
एमपी में अभी कांग्रेस के पास लोकसभा की कितनी सीटें?
बता दें फिलहाल कांग्रेस के पास प्रदेश की कुल 29 लोकसभा सीटों में से सिर्फ छिंदवाड़ा की एक सीट ही है. पिछली बार कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह को भोपाल, ज्योतिरादित्य सिंधिया को गुना और विवेक तंखा को जबलपुर सीट पर हार का सामना करना पड़ा था. छिंदवाड़ा से कमलनाथ के सीएम बनने के बाद उनके बेटे नकुलनाथ मैदान में उतरे थे और केवल उनके खाते में जीत आई थी. राजनीतिक जानकार कह रहे है कि इस बार के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के सामने और कठिन चुनौती है. बीजेपी ने नवंबर 2023 के विधानसभा चुनाव में 163 सीटें जीतकर पार्टी के लिए लोकसभा चुनाव में भी शानदार नतीजे आने के संकेत दे दिए हैं.